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सेहत को नुकसान पहुंचाता है ज्यादा मसालेदार भोजन का सेवन, हो सकती हैं यह समस्याएं

मसालेदार और चटपटी चीजें सभी को बेहद पसंद आती हैं। चाहे वह चिकन हों या फिर छोले हों या फिर चटपटी चाट हों। खाने में यह सभी चीजें बेहद लजीज लगती है और कई लोग तो इनके इतने दीवाने होते हैं कि वह हर रोज मसालेदार चीजों को ही खाना पसंद करते हैं। यह सभी चीजें कुछ देर के स्वाद के लिए तो बेहतर होती हैं, लेकिन इनका स्वास्थ्य पर बिल्कुल ही प्रतिकूल असर पड़ता है।

ज्यादा मसालेदार और तली-भूनी चीजों के सेवन से पेट में दर्द, एसिडिटी और गैस की समस्या होने लगती है। साथ ही मसालेदार चीजों के ज्यादा सेवन से चेहरे का निखार भी कम होने लगता है और समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां आने लगती है। इसके अलावा मसालेदार और तली-भुनी चीजों के सेवन के कई और भी नुकसान होते हैं।

नींद में डालता है दखल
यदि आपको मसालेदार भोजन ही पसंद है तो लंच तक ही सीमित रखें। रात में ज्यादा मसालेदार भोजन करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। रात में मसालेदार भोजन करने से एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है। जिससे सोते समय एसिडिटी या फिर गैस की समस्या हो सकती है जिससे आपकी नींद प्रभावित होगी।

गुड बैक्टीरिया को पहुंचाते हैं नुकसान
मसालेदार और ज्यादा तली-भुनी चीजों का सेवन करने से पेट के गुड बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचता है। मसालेदार चीजें आंत के माइक्रोबायोम को खराब कर सकते है। इससे शरीर में डायबिटीज, मोटापा का खतरा बढ़ता है, इसलिए पेट के गुड बैक्टीरिया को हेल्दी रखने के लिए प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक फूड्स का सेवन करें।

गर्भवती महिलाओं को होता है नुकसान
मसालेदार और चटपटी चीजों के सेवन से गर्भवती और बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं को परहेज करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को मिर्च मसाले से दूरी ही बनाये रखनी चाहिए, वरना इससे उनके और गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।

दिल की बीमारियों का खतरा
मसालेदार खाने में ट्रांस फैट होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से ब्लड प्रेशर पर असर होता है और यह हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन जाता है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है।

 

बवासीर के रोगियों की बढ़ती है तकलीफ
बवासीर की समस्या से जूझ रहे लोगों को मसालेदार और तली-भूनी चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। मसालेदार भोजन से पेट में गर्मी बढ़ जाती है जिससे मल त्यागने में समस्या का सामना पड़ सकता है।