जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में हाल ही में हुए आतंकी हमले (Terrorist attacks) और पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन (Ceasefire violations) की बढ़ती घटनाओं के बीच सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Army Chief General Upendra Dwivedi) जल्द ही श्रीनगर और उधमपुर के दौरे पर रवाना होंगे। यह जानकारी रक्षा अधिकारियों ने दी है। सेना प्रमुख इस दौरान, कश्मीर घाटी में तैनात वरिष्ठ सैन्य कमांडरों से मुलाकात करेंगे। अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ भी बैठकें करेंगे। घाटी में मौजूदा सुरक्षा हालात की समीक्षा करेंगे। साथ ही पाकिस्तान की ओर से LoC पर संघर्षविराम उल्लंघनों और घुसपैठ की कोशिशों पर विस्तृत जानकारी लेंगे।
यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। सेना और सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर में ऑपरेशन हाई अलर्ट मोड पर चला रही हैं। LoC के पार आतंकी लॉन्चपैड्स की पहचान हो चुकी है, जहां करीब 150–200 आतंकियों की मौजूदगी की खबर है।
इस दौरे का उद्देश्य केवल जमीनी स्थिति की समीक्षा नहीं, बल्कि विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों (सेना, CRPF, BSF, खुफिया एजेंसियों आदि) के बीच बेहतर समन्वय और रणनीतिक प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना भी है। इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में कथित रूप से शामिल दो पाकिस्तानी नागरिकों सहित तीन आतंकवादियों के स्केच गुरुवार को जारी किये और 1,500 से अधिक संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने तीन हमलावरों के स्केच जारी किये और उनकी पहचान अनंतनाग निवासी आदिल हुसैन थोकर और दो पाकिस्तानियों – अली बही उर्फ तल्हा बही और हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान के रूप में की। पुलिस ने तीनों हमलावरों पर 20-20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। पुलिस ने बताया कि ये तीनों बैसरन पहलगाम में नागरिकों पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में हुए सबसे घातक आतंकवादी हमलों में से एक में, पहलगाम के बैसरन मैदान में मंगलवार को 25 पर्यटकों और एक स्थानीय निवासी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस हमले से पूरे देश में शोक की लहर फैल गयी। सूत्रों ने बताया कि बिजबेहरा निवासी स्थानीय आतंकवादी थोकर उर्फ आदिल गुरी ने उर्दू में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद वैध यात्रा दस्तावेज पर 2018 में पाकिस्तान की यात्रा की थी। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि वह पिछले वर्ष लौटा था और दक्षिण कश्मीर में सक्रिय था।