भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विजयी रथ को रोकने के लिए विपक्षी एकता (opposition unity) की कोशिशों के बीच कांग्रेस (Congress) ने उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) में सेंध लगा दी है। सपा के संस्थापक सदस्य रहे चंद्र प्रकाश राय (Chandra Prakash Rai) गुरुवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। वह उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के दौरान राज्य मंत्री भी थे। उन्हें मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है। उन्होंने राहुल गांधी में आस्था दिखाते हुए यह कदम उठाया है।
चंद्र प्रकाश राय ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखा था। 1967 में जब मुलायम सिंह यादव जसवंत नगर सीट से चुनाव लड़कर पहली बार विधायक चुने गए थे, तब राय ने उनके चुनाव अभियान का प्रबंधन किया था।
1992 में जब मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का गठन किया, तो उन्होंने राय को पार्टी का संस्थापक महासचिव नियुक्त किया। हालांकि, मुलायम सिंह यादव के साथ मतभेदों के कारण 1994-95 में राय ने सपा छोड़ दी थी। उस दौरान वे कुछ समय के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए थे, लेकिन कुछ ही दिनों के बाद वे समाजवादी पार्टी में लौट आए और 1997 में राष्ट्रीय सचिव का पद संभाला।
2006 में जब मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम थे, राय को राज्य मंत्री नियुक्त किया गया था। 2012 में जब अखिलेश यादव सीएम बने तो राय फिर राज्य मंत्री बने, लेकिन 2014 में सपा की हार से उनका पार्टी से मोहभंग हो गया और उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
2017 में वह फिर समाजवादी पार्टी में लौट आए, लेकिन 2018 में मुख्य प्रवक्ता के रूप में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इस पार्टी की स्थापना मुलायम के भाई शिवपाल सिंह यादव ने की थी, जिसका 2022 में समाजवादी पार्टी में विलय हो गया।