अफगानिस्तान के कुनार में टीटीपी ठिकानों पर पाकिस्तानी ड्रोन की खबर सामने आई है. अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के तहत यह पहला ड्रोन हमला होगा. रॉयटर्स के अनुसार, अच्छी बात ये रही कि पाकिस्तानी तालिबान नेता पर ड्रोन हमले में विफल रहे. तालिबान सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी तालिबान के सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि एक ड्रोन हमले ने पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान की सीमा के अंदर एक घर पर हमला किया, जाहिर तौर पर पाकिस्तानी तालिबान के एक वरिष्ठ सदस्य को निशाना बनाया, लेकिन मिसाइल विस्फोट में विफल रही.
तालिबान के प्रवक्ता करीमी ने इस बात से इनकार किया है कि पाकिस्तान की ओर से रॉकेट हमले किए गए थे. लेकिन कुनार में तालिबान के अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि ड्रोन हमले हुए थे.चीनी ऑपरेटर उन्हें पाकिस्तान के लिए उड़ा रहे हैं, क्योंकि पाकिस्तान में क्षमताओं और कर्मियों की कमी है.हाल ही में तालिबान के कब्जे के बाद अगस्त महीने के अंत में काबुल हवाईअड्डे पर एक आत्मघाती धमाका हुआ था, जिसके बाद अमेरिका ने आइएसआइएस-के के आतंकियों को निशाना बनाकर ड्रोन हमले किए थे. इस हमले में बच्चों सहित 10 नागरिकों की मृत्यु हो गई थी. अमेरिकी सेना के एक शीर्ष कमांडर ने इस हमले को एक गलती करार दिया था.
10 नागिरिकों की गई थी जान
29 अगस्त को काबुल ड्रोन हमले में अमेरिकी सहायता संगठन के एक अफगान कर्मचारी और सात बच्चों समेत 10 नागरिकों की जान चली गई थी. सैन्य अधिकारियों ने कहा था कि यह हमला आपराधिक लापरवाही का नतीजा नहीं था. इस घटना की स्वतंत्र जांच का नेतृत्व करने वाले वायु सेना के महानिरीक्षक ने कहा कि ड्रोन स्ट्राइक में युद्ध के कानूनों का उल्लंघन नहीं किया गया. पेंटागन के नेताओं ने स्वीकार किया है कि भले ही अफगानिस्तान में उनकी सैन्य उपस्थिति खत्म हो गई है, लेकिन पेंटागन इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत (आइएसआइएस-के) और अफगानिस्तान के भीतर अन्य के खिलाफ जरूरत पड़ने पर ड्रोन हमले करना जारी रखेगा.
यूएस सेंट्रल कमांड के एक प्रवक्ता ने इस मामले में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. बता दें कि हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर एक आत्मघाती हमलावर के हमले के कुछ ही दिनों बाद असफल ड्रोन हमला किया गया था. इस आत्मघाती हमले में 13 अमेरिकी सेवा सदस्य और कम से कम 170 अफगान मारे गए थे. इसके बाद ही सैन्य अधिकारियों ने ड्रोन स्ट्राइक को मंजूरी दी थी. अधिकारियों का मानना था कि इस्लामिक स्टेट-खुरासन द्वारा यह आत्मघाती हमला किया गया था. द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन ने पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने का वादा किया है