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7466 पदों के लिए 28 जुलाई से शुरू होंगे आवेदन, सात साल बाद होगी एलटी ग्रेड के शिक्षकों की भर्ती

उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) के 7466 पदों पर भर्ती के लिए सात साल बाद प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने घोषणा की है कि 28 जुलाई, 2025 से ऑनलाइन आवेदन शुरू होंगे। इससे पहले 2018 में इस भर्ती का विज्ञापन जारी हुआ था।

आयोग के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि आवेदन और शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख 28 अगस्त, 2025 है। आवेदन में संशोधन या शुल्क समायोजन की अंतिम तिथि 4 सितंबर, 2025 होगी।

पदों का विवरण

कुल 7466 पदों में पुरुष वर्ग के लिए 4860, महिला वर्ग के लिए 2525 और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के तहत 81 पद शामिल हैं। इन पदों की संख्या में परिस्थितियों के आधार पर बदलाव हो सकता है। भर्ती 15 विषयों के लिए होगी।

विस्तृत विज्ञापन 28 जुलाई से यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट (https://uppsc.up.nic.in) पर उपलब्ध होगा। इसमें आवेदन प्रक्रिया, शुल्क जमा करने की जानकारी, परीक्षा पैटर्न, पाठ्यक्रम, जाति प्रमाणपत्र का प्रारूप, आरक्षण और आयु छूट से संबंधित दिशा-निर्देश शामिल होंगे।

आयु सीमा

अभ्यर्थियों की आयु 1 जुलाई, 2025 को 21 वर्ष पूरी होनी चाहिए और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। यानी जन्म 2 जुलाई, 1985 से पहले और 1 जुलाई, 2004 के बाद का नहीं होना चाहिए।

नई चयन प्रक्रिया

पहली बार एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के जरिए होगी। पहले 2018 में केवल एकल वस्तुनिष्ठ परीक्षा के आधार पर चयन हुआ था, जिसमें मेरिट बनाकर अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। अब प्रारंभिक परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जो अभ्यर्थियों की छंटनी के लिए होगी। इसके बाद मुख्य परीक्षा के आधार पर अंतिम चयन होगा।

आवेदन के लिए ओटीआर अनिवार्य

आयोग ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे आवेदन से पहले वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) पूरा कर लें। बिना ओटीआर नंबर के आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।

पिछली भर्ती का इतिहास

2018 में यूपीपीएससी ने 15 विषयों में 10,768 पदों के लिए भर्ती शुरू की थी, लेकिन अर्हता विवाद के कारण प्रक्रिया में देरी हुई। इस बार अर्हता और विषयवार आरक्षण से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है।

अर्हता और आरक्षण की बाधा दूर

पहले समकक्ष अर्हता और विषयवार आरक्षण के मुद्दों के कारण भर्ती में देरी हुई। नई नियमावली में ‘समकक्ष’ शब्द हटाने और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा विषयवार आरक्षण तय करने के बाद आयोग ने नया अधियाचन स्वीकार कर भर्ती शुरू करने का फैसला लिया।

यह भर्ती शिक्षक बनने के इच्छुक युवाओं के लिए बड़ा अवसर है। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर ओटीआर और आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।