राजस्थान के अलवर से शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस घटना में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि बड़ौदा मेव थाना दो महीने तक इस मामले को दबाए रखा. बाद में पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के निर्देश पर गुरुवार देर रात आरोपी कांस्टेबल को अरेस्ट किया गया. पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि उनकी लड़की अलवर के एक कोचिंग सेंटर में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थी. इसी दौरान एक पुलिस कांस्टेबल उनकी बेटी के संपर्क में आया. जो बड़ौदा मेव थाने में तैनात था और भरतपुर जिले के नगर का रहने वाला है. आरोपी ने उनकी बेटी से पुलिस भर्ती में मदद की बात कही और उसका मोबाइल नंबर ले लिया. दोनों में बातचीत होने लगी और दोस्ती प्यार में बदल गई. फिर कांस्टेबल ने शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया और बाद में शादी से इनकार कर दिया.
कांस्टेबल पर रेप का आरोप
पीड़िता ने आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ बड़ौदा मेव थाने में 21 जनवरी 2021 को दुष्कर्म और अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था. लेकिन थाना पुलिस आरोपी को बचाती रही. दो महीने तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई. मामला दर्ज होने पर उसका तबादला भिवाड़ी पुलिस जिले में कर दिया गया. हाल ही में आरोपी कांस्टेबल वहां से रिलीव होकर अलवर आ गया. फिर पीड़िता ने एसपी के समक्ष पेश होकर घटना की सारी जानकारी दी.
पुलिस में भर्ती और शादी का लालच देकर दुष्कर्म
बता दें कि 2 मार्च को अलवर शहर के अरावली विहार थाने में तैनात एएसआई के खिलाफ भी एक महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का रिपोर्ट दर्ज कराई थी. 7 मार्च को खेडली पुलिस थाने में सब इंस्पेक्टर ने थाने में एक फरियादी विवाहिता से 4 दिन तक थाना परिसर में ही दुष्कर्म किया था. अब एक महीने में यह तीसरा मामला सामने आ गया है.
आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस मामले पर डीएसपी ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि युवती से रेप के मामले में पुलिस कांस्टेबल मंगतूराम को गिरफ्तार किया है. आरोपी कांस्टेबल दो साल से युवती का यौन शोषण कर रहा था. आरोपी का मेडिकल करवा कर जेल भेज दिया है.