देशभर में अडानी समूह (Adani Group) पर आए संकट को लेकर बहस तेज है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Report) आने के बाद से अडानी के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं. उनकी मुश्किलें कम होने का नहीं ले रही हैं. इस बीच कांग्रेस (Congress) समेत अन्य दलों ने बड़ी मांग कर दी है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आज यानी गुरुवार को अडानी समूह संकट की संयुक्त संसद समिति (JPC) या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता, मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun kharge) ने कहा कि विपक्षी दलों ने यह भी मांग की है कि सार्वजनिक धन से संबंधित मुद्दे की संयुक्त संसद समिति (जेपीसी) या एससी-निगरानी (Supreme Court) जांच की दैनिक रिपोर्टिंग होनी चाहिए. मल्लिकार्जुन ने कहा, “सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए, हम अडानी मुद्दे की एक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) या सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी वाली समिति द्वारा पूरी तरह से जांच चाहते हैं.”
संसद के दोनों सदनों में उठाएंगे यह मुद्दा
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस मुद्दे पर जांच के साथ इसकी दिन-प्रतिदिन की रिपोर्टिंग भी होनी चाहिए. कई विपक्षी दलों के नेताओं ने पहले संसद में मुलाकात की और उसके बाद दोनों सदनों में इस मुद्दे को उठाने का फैसला किया. हालांकि अभी सरकार की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया है. अब देखने वाली बात होगी कि इस पर क्या फैसला किया जाता है.
गौरतलब है कि अडानी एंटरप्राइजेज ने कल ही 20 हजार करोड़ रुपये का अपना फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (FPO) रद्द करने का ऐलान किया है. कंपनी ने बुधवार देर रात यह ऐलान करते हुए बताया कि वह इस एफपीओ के निवेशकों के सारे पैसे लौटाएगी. अडानी ग्रुप ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब कंपनी अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के चलते सवालों के घेरे में है.