अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स गिरने से पिछले काफी दिनों से बाजार में हाहाकार मचा हुआ है। अडानी ग्रुप का एफपीओ रद्द कर दिया गया है। इन सबके बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि अडानी ग्रुप के बारे में हिंडेनबर्ग रिसर्च नाम की शॉर्ट सेलिंग कंपनी की रिपोर्ट के बाद सेबी ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार भी अडानी के मामले में सेबी से लगातार संपर्क में है।
वहीं दूसरी तरफ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सभी बैंकों से अडानी ग्रुप को दिए गए कर्जे और निवेश के बारे में जानकारी मांगी है। आरबीआई ने बैंकों को जल्द से जल्द अडानी ग्रुप को दिए गए कर्जे के बारे में रिपोर्ट देने को कहा है।
वहीं, इसी मुद्दे पर संसद में भी बवाल मचा हुआ है। संसद में आज दोनों सदनों में अडानी का मसला उठा। संसद में विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में अडानी का मसला उठाकर चर्चा की मांग की। शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा में नोटिस दिया। दोनों सदनों में चर्चा की मांग पर विपक्ष अड़ गया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही इसी वजह से रोकनी पड़ गई। आज दोपहर 2 बजे तक दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी है। अडानी के मामले में विपक्ष सरकार से विस्तृत चर्चा कराने की मांग पर अड़ा है।