अरबपति गौतम अडानी के लिए साल 2023 की बेहद खराब शुरुआत हुई है। खासतौर पर बीते एक हफ्ते में गौतम अडानी अर्श से फर्श पर आ गए हैं। अडानी समूह के साथ ये सबकुछ अमेरिका की शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद हुआ है। इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद गौतम अडानी की दौलत और रैंकिंग में बड़ी गिरावट आई है। वहीं, अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयर भी धराशायी हो गए हैं।
बीते एक हफ्ते से बुरे दौर से गुजर रहे अडानी ग्रुप की पांच कंपनियों के स्टॉक में गुरुवार को कारोबार शुरू होने के बाद से ही लोअर सर्किट लग गया। इनमें Adani Power Ltd 4.98% टूटकर 202.05 रुपये पर, Adani Wilmar Ltd 5% गिरकर 421.00 रुपये, Adani Green Energy Ltd के स्टॉक 10% फिसलकर 1,039.85 रुपये, Adani Total Gas Ltd के शेयर 10% गिरकर 1,707.70 रुपये और Adani Transmission Ltd के स्टॉक 10% की गिरावट के साथ 1,551.15 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।
वहीं दूसरी तरफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से ही दुनिया भर की रेटिंग एजेंसियां और कर्ज देने वाले बैंक अडानी समूह से सवाल पूछ रहे हैं। अब समूह ने अपना फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग यानी एफपीओ को भी कैंसिल कर दिया है। ग्रुप की 9 लिस्टिड कंपनियों में 5 कंपनियों के शेयर 24 जनवरी के बाद से 40 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं।
24 जनवरी को अडानी ग्रुप कंपनियों का कुल मार्केट कैप 19,16,560.93 करोड़ रुपये था, जो कारोबारी सत्र के दौरान 10,51,802 करोड़ रुपये पर रह गया है। इसका मतलब है कि इस दौरान ग्रुप को 7,91,778.64 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।