अभी पूरा विश्व कोरोना के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहा है। चौतरफा लोग अपने जान की गुहार लगा रहे हैं। लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामले भी आगामी दिनों तक हालातों के दुरूस्त होने के संकेत नहीं दे रहे हैं। मौजूदा समय में लोग ऊहापोह के दौर से गुजर रहे हैं। कभी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो कभी घट रहे हैं। ऐसे में आम जनता के लिए किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना कठिन हो रहा है, लेकिन इस बीच ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि सर्दियों के मौसम में कोरोना के मामले कम हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि सर्दियों के कपड़े इंसान को कोरोना से बचाने में कारगर साबित हो सकते हैं।
इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के प्रोफेसर बेन निउमन ने कहा सर्दियों के कपड़े इंसान को कोरोना से बचाने में कारगर साबित हो सकते हैं। वैज्ञानिक ने कहा कि वैसे भी सर्दियों के मौसम में लोग बाहर निकलने से परहेज करते हैं। अपने घर पर ही रहते हैं। ऐसी स्थिति में गाहे बगाहे कहीं न कहीं मिनी क्वाराइंटिन जैसी ही स्थिति रहेगी। ऐसे में लगातार बढ़ते कोरोना के मामले पर अंकुश लग सकता है। चूंकि गाहे बगाहे ही सही मगर लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर पाएंगे।
डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस इन्फ्लूएंजा वायरस की तरह मौसमी नहीं है और भीषण सर्दी की जगह बसंत ऋतु में पीक पर रह सकता है। याद दिला दें कि इससे पहले ब्रिटेन के कई वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि मार्च 2021 तक कोरोना की दूसरी लहर देखने को मिल सकती है। लेकिन अब सर्दियों के कपड़े संक्रमण के मामले कम कर सकते हैं। यह खबर सुन लोग अब राहत की सांस ले रहे हैं। प्रोफेसर निउमन ने कहा कि हो सकता है कि सर्दियों के मौसम में संक्रमण के सही मामलों का पता न चल सके, चूंकि अत्याधिक फ्लू की वजह से लोग टेस्ट के लिए पहुंचेंगे।