लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर भारतीय सेना का बयान। हमने LAC को पार करने की कोई कोशिश नहीं की | LAC पर फायरिंग चीन की तरफ से की गई | अपडेट जारी है |
चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मॉस्को में संभावित वार्ता से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि चीन के साथ सीमा पर बनी स्थिति गंभीर है. इसे समग्र रिश्तों की स्थिति से अलग करके नहीं देखा जा सकता. ऐसे हालात में दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक स्तर पर बहुत बहुत गहन विचार-विमर्श की जरूरत है.
पूर्वी लद्दाख (Ladakh border) की गलवान वैली में करीब 40 जवानों को गंवाने के बाद पैंगोंग इलाके (Pangong tso) में 29-30 अगस्त की रात को भारतीय सेना (Indian Army) की मुस्तैदी के सामने फेल साबित ही चीनी सेना (PLA) से राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) खासे नाराज़ बताए जा रहे हैं. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी नेतृत्व भी लद्दाख सीमा पर तैनात पीएलए के कमांडर से नाराज है. ऐसा माना जा रहा है कि चीनी सेना के नेतृत्व में जल्द ही बड़े स्तर पर बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
इस बीच भारतीय सेना चीन से निपटने के लिए हर तैयारी कर रही है. तनाव के दौरान अब भारतीय सेना अपने उन हमला करने वाले वाहनों को अपग्रेड करने में जुटी है, जो रात को काम नहीं कर सकते. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सेना की ओर से बयान में कहा गया है कि इसके लिए सेना ने देसी कंपनियों से एक डेमो मांगा है, साथ ही जो भी काम करने की इच्छा जताता है उससे बात आगे बढ़ाई जा सकती है. इसके तहत BMP-2/2K इन्फेंटरी कॉम्बेट व्हीकल को अपग्रेड किया जाना है.