Google Chrome वेब ब्राउज़र यूज करते हैं तो इसे तुरंत अपडेट कर लें. ऐसा न करने पर आपको दिक़्क़तें हो सकती हैं. दरअसल गूगल ने क्रोम विंडोज़, मैक और Linux कंप्यूटर्स के लिए हाई लेवल सिक्योरिटी पैच जारी किया है. कंपनी ने ये सिक्योरिटी पैच सिक्योरिटी इश्यूज को लेकर जारी किया है. क्रोम में कुछ ख़ामियाँ आई हैं जिसकी वजह से अटैकर्स टार्गेट कंप्यूटर्स को हाईजैक कर सकते हैं. गूगल क्रोम वेब ब्राउज़र की में ये इश्यू गूगल प्रोजेक्ट ज़ीरो के सिक्योरिटी रिसर्चर ने ही ढूँढा है. रिपोर्ट के मुताबिक़ 19 अक्टूबर को क्रोम की इस ख़ामी का पता लगाया गया है और अब इसे ख़ामी को अपडेट के बाद पब्लिक किया जा रहा है.
ग़ौरतलब है कि नियम के मुताबिक़ कोई भी ख़ामी ढूँढे जाने के बाद रिसर्चर्स तब तक उसे पब्लिक नहीं करते जब तक कंपनी ठीक न कर ले. क्योंकि ऐसे में कोई भी इस ख़ामी का फायदा उठा कर यूज़र्स का नुक़सान कर सकता है. इस इश्यू में zero-day vulnerability भी शामिल है. आपको बता दें कि Zero-Day एक तरह की खामी है जो सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर में पाई जाती है. इसे Zero Day इसलिए भी कहा जाता है कि क्योंकि इसके बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं होती कि ये किस तरह की समस्या है.
जब तक कंपनी इस ख़ामी के बारे में पता लगा कर उसे पैच यानी फिक्स नहीं कर लेती है, तब तक वो ज़ीरो डे होता है. बाद में इसे one-day कहा जाता है. गूगल प्रोजेक्ट ज़ीरो के Ben Hawks ने ट्विटर पर गूगल क्रोम की इस समस्या के बारे में बताया है और वॉर्न किया है. हालाँकि उन्होंने ये नहीं बताया है कि दिक़्क़त आख़िर क्या है. बहरहाल Chrome 86.0.4240.111 वर्जन का अपडेट आ चुका है और ये हाई लेवल सिक्योरिटी पैच है यानी इसे आपको तत्काल ही अपेडट करना चाहिए.
गूगल के ऑफिशियल ब्लॉग के मुताबिक़ ये स्टेपल अपडेट एक दो दिन या हफ़्ते भर में सभी के लिए जारी कर दिया जाएगा. आप भी अपने कंप्यूटर में इसे चेक कर लें. अगर अपडेट आ चुका है तो इसे अपडेट कर लें. जब ये अपडेट सभी के कंप्यूटर्स में आ जाएगा तो फ़िर ये साफ़ होगा कि गूगल क्रोम वेब ब्राउज़र में क्या समस्या थी. इस अपडेट में टोटल पाँच सिक्योरिटी फ़िक्स दिए गए हैं. कंपनी ने साफ़ कहा है कि इस बग डीटेल्स तब तक नहीं बताई जाएगी जब तक ज़्यादा तर यूज़र्स इस फ़िक्स से अपना क्रोम अपडेट न कर लें.