पाकिस्तान (Pakistan) में सियासत के पिच पर खेले जा रहे टी-20 मुकाबले (T20 match) के पहले पावर प्ले की बाजी (power play game) कप्तान साहब के हाथ लगी. कप्तान साहब यानी पाकिस्तान के पूर्व वजीर-ए-आजम इमरान खान (Former Wazir-e-Azam Imran Khan)। इमरान को बेशक दो दिन पहले भ्रष्टाचार के आरोप (corruption charges) में सरकारी एजेंसी NAB ने गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन इसके बाद बैक-टू-बैक दो दिन इमरान के लिए राहत भरे रहे। पहले पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इमरान खान की गिरफ्तारी को नाजायज करार दिया और फिर शुक्रवार को हाई कोर्ट ने भी सुप्रीम कोर्ट की लाइन पर चलते हुए ना सिर्फ उनकी गिरफ्तारी को गलत बताया, बल्कि उन्हें सभी मामलों में दो हफ्तों के लिए जमानत दे दी।
लेकिन देर शाम इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर फायरिंग और धमाके की खबर आईं, लिहाजा जमानत मिलने के बावजूद भी साढ़े चार घंटे तक पूर्व पीएम कोर्ट में ही रह गए। इस्लामाबाद पुलिस ने कहा G-13 अंडरपास पर फायरिंग की गई है. इसके बाद पूर्व पीएम इमरान खान को वापस कोर्ट रूम में जाने के लिए कहा गया है. पुलिस का कहना है कि फायरिंग के दौरान किसी अधिकारी को चोट नहीं आई। यहां सर्च ऑपरेशन चल रहा है. हालांकि फायरिंग के 15 मिनट बाद, कोर्ट के बाहर सिक्योरिटी क्लियर कर दी गई।
इस दौरान घंटों से कोर्ट में फंसे इमरान खान को घर जाने की जल्दी थी. इसको लेकर उन्होंने एक वीडियो जारी किया. इसमें उन्होंने कहा कि उन्हें किडनैप करके जबरन कोर्ट में ही रखे जाने की साजिश की गई है। इसके कुछ देर बाद उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट के पीछे की ओर से बाहर निकाला गया।
सड़क के रास्ते इस्लामाबाद से लाहौर पहुंचे इमरान खान
इमरान खान कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को लाहौर स्थित अपने आवास जमान पार्क पहुंच गए. यहां भारी संख्या में मौजूद इमरान के समर्थकों ने उनका स्वागत किया. पीटीआई समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी की।
इससे पहले इस्लामाबाद से लाहौर के लिए रवाना होने के दौरान उन्होंने दावा किया था कि उन्हें इस्लामाबाद में रोकने की पूरी कोशिश की गई. इमरान ने कहा था कि इस्लामाबाद के आईजी ने मुझे तीन घंटे तक रोके रखा. लेकिन जब मैंने उनसे कहा कि मैं पूरे पाकिस्तान को बताऊंगा कि आपने मुझे अगवा किया है तो उन्होंने मुझे जाने दिया।
बहाल किया गया सोशल मीडिया
सूत्रों के मुताबिक, घटनास्थल पर हवाई फायरिंग की आवाजें सुनी गई हैं और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं. इस घटना के तकरीबन एक घंटे बाद इस्लामाबाद के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है।
इमरान खान ने की प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील
वहीं, फायरिंग के बाद इमरान खान ने प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील की है. उन्होंने अपीली अंदाज में कहा कि “मुझे अदालत से जमानत मिल गई है. लाहौर से निकलने के लिए पिछले 4 घंटों से इंतजार कर रहा हूं” इस्लामाबाद के G11 और G13 इलाके के आसपास अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है. पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए गियर गैस छोड़ी गई. इलाके में अभी भी हवाई फायरिंग की आवाज सुनाई दे रही हैं. वहीं, प्रदर्शनकारियों द्वारा एक वाहन को भी फूंक दिया गया है।
शुक्रवार को क्या-क्या हुआ, ये रहा घटनाक्रम
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया कि 17 मई तक इमरान खान की गिरफ्तारी नहीं होगी. इसके ठीक बाद पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने पूर्व पीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मुल्क में इमरान के इशारे पर हिंसा हुई है. साथ ही उन्होंने साफ किया कि पाकिस्तान में इमरजेंसी जैसे हालात नहीं है. असल में इससे पहले अटकलें थीं कि पाकिस्तान में आपातकाल भी लग सकता है, लेकिन सनाउल्लाह ने क्लियर किया कि तीन दिन में देश में हालात काबू होंगे।
17 मई तक के लिए मिली राहत
बता दें कि, पाकिस्तान में हालात अभी भी अस्थिर हैं. शुक्रवार को दिन भर चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद पूर्व पीएम इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी. इसके साथ ही किसी भी मामले में उनकी हर गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है. यानी कि पीटीआई चीफ को 17 मई तक के लिए बड़ी राहत मिल गई है. कोर्ट से बाहर आने के बाद इमरान खान मीडिया से मुखातिब हुए और पाकिस्तान में चल रहे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
सेनाध्यक्ष कर रहे हैं देश बर्बाद- इमरान खान
पूर्व पाक पीएम ने कहा कि, यह मामला सुरक्षा का नहीं है. केवल एक आदमी है जो इसके लिए जिम्मेदार है, वह सेना प्रमुख हैं. सेना प्रमुख को डर है कि सत्ता में वापस आने के बाद वह अपना पद खो देंगे, लेकिन मैं उनके खिलाफ कुछ नहीं करूंगा. खान ने कहा कि ‘मैंने उन्हें पहले भी चेताया था कि इस देश को अब गलत रास्ते पर मत ले जाना, आज जब जनता घरों से निकली तो यह उनकी जिम्मेदारी है. मुझे नहीं पता था कि लाहौर कोर कमांडर के घर में क्या हुआ, मैं जेल में बंद था.सेनाध्यक्ष ही इस देश को बर्बाद कर रहे है और इस देश को इतना नुकसान पहुंचा रहे हैं, जितना हमारे दुश्मनों ने भी नहीं पहुंचाया।’
पूरे पंजाब से 3000 लोगों को किया गिरफ्तार
पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल पुलिस डॉ उस्मान अनवर ने बताया कि मंगलवार से हिंसक झड़पों के दौरान पूरे पंजाब में 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकतर प्रांतीय राजधानी लाहौर से हैं. उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने स्टेट में 14 राज्य भवनों/प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाने के अलावा 80 से अधिक वाहनों को फूंक दिया है. अनवर ने कहा कि 150 से अधिक पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं, गिरफ्तार किए गए लोगों पर आतंकवाद के आरोपों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी ने मरने वालों की संख्या 10 बताई है, लेकिन पीटीआई का दावा है कि उसके 40 कार्यकर्ता संघर्ष में मारे गए हैं।
पीटीआई के 40 कार्यकर्ताओं की मौत
पीटीआई नेता मुराद सईद ने एक वीडियो जारी कर कहा कि, “पूरे पाकिस्तान में झड़पों के दौरान पीटीआई के कम से कम 40 कार्यकर्ता मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए हैं” पुलिस ने शुक्रवार को पूर्व मंत्री डॉक्टर शिरीन मजारी, डॉक्टर यास्मीन राशिद, खुसरो बख्तियार और एजाज चौधरी समेत पीटीआई के कई नेताओं को भी गिरफ्तार किया था. कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पार्टी के मुख्य नेतृत्व शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी, असद उमर, कासिम सूरी, अली मुहम्मद खान और मलीका बुखारी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।