सीडीएस जनरल बिपिन रावत हमेशा ही पाकिस्ताना को भारत के लिए खतरा नंबर दो मानते थे। उनके लिए सबसे बड़ा खतरा चीन था। इस बात को उन्होंने कई बार उजागर भी किया था। पाकिस्तान की बात करें तो आतंकियों के खिलाफ आपरेशन का उन्हें काफी अनुभव था। इसलिए ही उनके नेतृत्व में आतंकियों के खात्मे के लिए जो आपरेशन आल आउट चलाया गया था उसको जबरदस्त सफलता मिली थी।
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में एक बार उन्होंने कहा था कि इसकी सफलता का श्रेय उन्हें नहीं बल्कि उन जवानों को जाता है जो जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालातों को जानते हैं और अपने काम को अंजाम देते हैं। पाकिस्तान को लेकर दिए गए उनके बयानों पर अक्सर पाकिस्तान की सेना की तरफ से तीखी बयानबाजी की जाती थी। लेकिन आज पाकिस्तान ने भी इस जांबाज फौजी के आकस्मिक निधन पर शोक जताया है।
पाकिस्तान के डीजीआईएसपीआर द्वारा किए गए ट्वीट में पाकिस्तान के आर्मी चीफ और अन्य की तरफ से कहा गया है कि जनरल नदीम रजा, जनरल कमर जावेद बाजवा और सीओएएस (चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ) भारत में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर अपनी संवेदनाएं जाहिर करते हैं।
आपको बता दें कि पाकिस्तान के मौजूदा आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के तहत कांगो मिशन में एक साथ सेवाएं दे चुके हैं। उस वक्त जनरल बाजवा सीडीएस बिपिन रावत के जूनियर के रूप में काम करते थे। जनरल बाजवा और सीडीएस बिपिन रावत में कई समानताएं भी थीं। दोनों ने ही अपना लंबा समय सीमा पर कमांडर के रूप में सेवा देते हुए बिताया था। दोनों ने ही अपने-अपने देशों के सर्वोत्तम आर्मी कालेज से पढ़ाई और ट्रेनिंग ली थी और दोनों को ही आतंकियों के खिलाफ लड़ाई का लंबा अनुभव था। दोनों को ही इसमें एक्सपर्ट माना जाता था।
आपको बता दें कि पाकिस्तान सेना ने जब सीडीएस रावत के निधन को लेकर ट्वीट कर शोक जताया तो कुछ लोगों ने इस पर ऐतराज भी जताया। वहीं कुछ लोगों ने ऐसे लोगों को करारा जवाब देते हुए कहा कि देश की सीमा के हर प्रहरी को सम्मान देना चाहिए यही मानवता है और यही एक जवान के लिए सबसे बड़ा सम्मान भी है।