उत्तर प्रदेश में दो सितंबर से भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू हो रहा है। इस अभियान के जरिए भाजपा ने आगे आने वाले चुनाव में जीत हासिल करने और लोकसभा चुनाव के परिणाम को पलटने की रणनीति बनाई है। इसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है। सदस्यता अभियान के संबंध में कल भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पदाधिकारियों और जिला प्रभारियों की बैठक हुई। इस बैठक में रणनीति बनाई गई और पदाधिकारियों और जिला प्रभारियों को कुछ खास निर्देश दिए गए।
‘सदस्यता अभियान की न करें झूठी रिपोर्टिंग’
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा था। इसी परिणाम को पलटने के लिए भाजपा ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कल हुई बैठक में पूरे प्रदेश में 31 अगस्त को बूथ स्तर पर सदस्यता अभियान को लेकर कार्यशालाएं आयोजित करने पर भी चर्चा हुई। इस मौके पर पदाधिकारियों व प्रभारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने सदस्यता अभियान को एक महा जनसम्पर्क अभियान के रूप में लेते हुए जन-जन तक पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि फील्ड में उतरकर सदस्य बनाएं। सदस्यता अभियान में झूठी रिपोर्टिंग करने की भी सलाह दी गई है।
75 प्रतिशत नए सदस्य बनाने का लक्ष्य तय
बैठक में बनाई गई रणनीति के तहत सभी जिला प्रभारियों को 2 से 4 सितंबर तक मंडल और जिला मुख्यालय पर रात्रि निवास करने के निर्देश दिए गए हैं। पार्टी ने हर बूथ पर लोकसभा चुनाव में मिले मतों का कम से कम 75 प्रतिशत नए सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। सदस्यता अभियान में 5 लाख मुसलमानों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में तय किया गया कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिले 3.62 करोड़ से अधिक वोट का 75 प्रतिशत नए सदस्य बनाने हैं। इस लिहाज से 2.72 करोड़ से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में कहा गया कि सदस्यता अभियान के गणित में सफलता मिली तो आगे हर चुनाव में जीत की प्रबल संभावना है। इससे लोकसभा चुनाव 2024 का बदला लिया जा सकता है।