उत्तराखंड के चमोली में भारी बारिश के चलते नदियां और नाले उफान पर है। दरअसल, हेमकुंड यात्रा मार्ग और फूलों की घाटी में बीते गुरुवार दोपहर बाद भारी बारिश होने के कारण दो नाले उफान पर बहने लगे। इस कारण से हेमकुंड के दर्शन कर लौट रहे 200 से अधिक तीर्थयात्रियों समेत भारी तादाद में फूलों की घाटी का आनंद लेने पहुंचे पर्यटकों को भारी परेशानियों से दो-चार होना पड़ा। इस दौरान पैदल मार्ग पर लोग घंटों तक बारिश में ही फंसे रहे। वहीं मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और पुलिस टीम ने हेमकुंड यात्रा मार्ग में फंसे तीर्थ यात्रियों का सुरक्षित रेस्क्यू किया।
गोविंदघाट थाना प्रभारी अमनदीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते गुरुवार को दोपहर बाद हेमकुंड की पहाड़ियों में भारी बारिश होने के कारण शाम लगभग 4:30 बजे अटलाकोटी नाला अपने उफान पर आ गया। उन्होंने बताया कि नाले में जलस्तर बढ़ने से पानी रास्ते में बहने लगा। वहां पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि इसके बहने से जगह-जगह रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं दूसरी ओर फूलों की घाटी में बहने वाले घोषा गदेरे में भी अत्यधिक पानी आने के कारण पर्यटक इसे पार करने में सक्षम नहीं रहे। बताया गया कि घोषा गदेरे में पानी का सैलाब इतना अधिक था कि वन विभाग द्वारा बनाई गई वैकल्पिक पुलिया भी बह गई। जिस कारण से दर्जनों पर्यटक यहां पर बारिश में फंसे रहे। इसके बाद एसडीआरएफ और वन विभाग ने यहां पर पर्यटकों को सुरक्षित नाला पार करवाया।
बता दें कि सभी तीर्थ यात्री एवं पर्यटक कुशल घांगरिया पहुंच गए हैं। इसके साथ गोविंद घाट गुरुद्वारे के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान लगभग 200 से अधिक तीर्थयात्री अटलाकोटी में फंस गए थे। इसमें एसडीआरएफ और पुलिस टीम ने लोगों का सफल रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।