उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में GST खुफिया महानिदेशालय, लखनऊ यूनिट की एक टीम ने टैक्स चोरी के (Tax) आरोपों के वैरिफेकेशन के लिए कानपुर में मयूर वनस्पति के कार्यालय का दौरा किया है. जहां पर टीम को 10 करोड़ रुपए के झूठे इनपुट टैक्स क्रेडिट का पता चला. हालांकि कंपनी के मालिक ने करों का भुगतान करना स्वीकार कर लिया है. इस दौरान टीम ने मयूर वनस्पति (Mayur Vanaspati) के कार्यालयों और फैक्टरी पर छापेमारी की कार्रवाई. वहीं, कारोबारी सुनील गुप्ता (Sunil Gupta) का घर सिविल लाइन्स इलाके में है, जबकि ऑफिस ग्रीन पार्क के सामने है.
दरअसल, GST खुफिया महानिदेशालय की टीम ने कई घंटे तक मौजूद संबंधित लोगों से पूछताछ की. बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स के अलावा जीएसटी इंटेलिजेंस यानी DGGI की टीम भी छापे में शामिल थीं. यहां से बरामदगी के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली. बताया जा रहा है कि लखनऊ जीएसटी टीम ने मयूर वनस्पति के बाद पान मसाला कारोबारी के यहां पर भी छापा मारा. फिलहाल जीएसटी टीम ने सभी कागजात अपने कब्जे में ले लिए. कार्यालयों में अधिकारियों ने कागजों में खरीद बिक्री का मिलान किया. गौरतलब है कि कलक्टरगंज स्थित कार्यालय मयूर वनस्पति का मंगलवार शाम 6 बजे ही बंद हो गया था. जबकि वह रोजाना कार्यालय रात 8 बजे बंद होता है.
पीयूष जैन 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
बता दें कि इससे पहले इनकम टैक्स और डीजीजीआई ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज समेत कई ठिकानों पर छापा मारा. कानपुर और कन्नौज से बड़ी तादाद में रकम और सोना बरामद हुआ. इनकी कुल कीमत 200 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है. उधर, जहां कारोबारी पीयूष जैन के यहां से मिली नकदी और सोने को कानपुर में स्टेट बैंक के वॉल्ट में रखवा दिया गया है. वहीं, पीयूष का रिमांड लेने की तैयारी GST इंटेलिजेंस की टीम कर रही है. फिलहाल इत्र कारोबारी को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.