आए दिन हर जिले से ऐसी घटनाएं सामने आती रहती है, जिनके बारे में सुन कर दिल पिघलने लगता है। अब एक ऐसी ही आंखों में आंसू ला देने वाली खबर मध्यप्रदेश(madhya Pradesh) के गुना(guna) जिले से सुनने को मिली है,यहां एक पिता अपने ही जवान बेटे की मौत के बाद उसके शव को घर तक लाने की जद्दोजहद में जुटा है। उसके लिए कोई वाहन नहीं मिल पाया, तो बेबस पिता ने ठेले पर ही बेटे के शव को रख कर घर तक पहुंचाया। मानवता को झकझोंर देने वाली ये घटना कुंभराज स्वास्थ्य केंद्र की है, जहां सरकारी अस्पताल के लोगों के अलावा आम जन ने भी इंसानियत को तार तार कर दिया।
क्या है पूरा मामला
एमपी के गुना में रहने वाले नितेश राव की बीते मंगलवार को अपने पत्नी के घर जाते हुए एकदम से तबियत बिगड़ गयी, जिसके बाद आनन फानन में उसे जैसे तैसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पहुंचते ही नितेश की मौत हो गयी। पिता हेमराज ने कहा कि बेटे को अस्पताल में देखते भर ही डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
आगे पिता ने बताया कि बीते दिन उनके बेटे नितेश के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, पर उसके बाद अस्पताल प्रबंधन उनके बेटे के शव को घर पहुंचाने के लिए कोई वाहन नहीं दिया। बेबस पिता की बात जब अस्पतालवालों ने नहीं सुनी तो उसने बाकी आम जनता से मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी उसकी बात को नहीं सुना और फिर जब शव घर तक ले जाने के लिए कोई वाहन ना मिला तो बेबस पिता ने किराए पर एक ठेला लिया और शव को उस पर रख कर खुद ले जाने लगा।
नागरिक मंच कुंभराज ने जताई आपत्ति
बेटे के शव को इस तरह पिता को ठेले पर ले जाते देख नागरिक मंच कुंभराज ने आपत्ति जताई, इसके बाद पुलिस नींद से जागी और एक ऑटो से शव को घर तक भिजवाया। इस मामले में कुंभराज स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर महेश जाटव ने कहा कि हमारे पास वाहन नहीं है, तो हमने पुलिस को बोल दिया था।