बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने चीन को लेकर भारत सरकार की नीति पर सवाल उठाया है। सुब्रमण्यन स्वामी ने विदेश मंत्रालय के पुराने बयान का हवाला देते हुए कहा है कि जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी भारत की सीमा में आई ही नहीं थी तो फिर अब वापसी की बात कैसे की जा रही है। सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट किया है, ‘पहले को हल किया जाना चाहिए। पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि चीनी सेना कभी एलएसी पार करके भारतीय क्षेत्र में नहीं आई थी। अब उसका कहना है कि यह सरकार की बड़ी कूटनीतिक और सैन्य जीत है। चीनी सेना ने भारतीय इलाके से वापसी शुरू कर दी है। क्या दोनों बातें शुरू हो सकती हैं?’
इससे पहले 15 फरवरी को भी सुब्रमण्यन स्वामी ने पैंगोंग लेक पर तनाव खत्म करने को लेकर हुए करार से जुड़ी खबर शेयर करते हुए टिप्पणी की थी। सुब्रमण्यन स्वामी ने लिखा था कि भारत और चीन ने अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस आने पर सहमति जताई है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा था, ‘यह नोट करने की बात है कि देपसांग पर अब भी कोई फैसला नहीं हुआ है, जबकि पैंगोंग लेक पर हम अपनी स्थिति से पीछे हटे हैं।’ सुब्रमण्यन स्वामी की टिप्पणी इसलिए भी अहम थी क्योंकि कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने भी ऐसा ही आरोप सरकार पर लगाते हुए कहा था कि उसने पैंगोंग लेक में खुद पीछे हटने का फैसला लिया है।
सुब्रमण्यन स्वामी चीन सीमा से जुड़े मसले पर अकसर टिप्पणियां करते रहे हैं। कई बार उनकी राय सरकार के पक्ष से अलग रही है और असहज करने वाली रही है। माना जाता है कि सरकार और बीजेपी नेतृत्व से उनके संबंध सहज नहीं हैं। इससे पहले भी वह आर्थिक मसलों समेत कई मामलों पर सरकार से अलग राय रख चुके हैं। हालांकि सरकार या फिर बीजेपी लीडरशिप की ओर से उनकी टिप्पणियों पर कभी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।