गोरखपुर जिले में दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बुधवार को जनता दरबार लगाया। मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में स्थित हिंदू सेवाश्रम सभागार में फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं तथा उन्हें न्याय का भरोसा दिया।
जनता दर्शन से मुख्यमंत्री योगी बाहर निकल रहे थे, तभी एक छोटे की कद की महिला ने उनका रास्ता रोक लिया। महिला ने भोजपुरी में कहा कि हम वृक्षा तरे बानी, हमें केहू रोक न सकेला। लेकिन जोगीजी की खातिर हम रुक गइलीं। हमका आवास चाहिए। उसके अंदाज को देखकर लोगों ने जय श्रीराम का उद्घोष किया। मुख्यमंत्री ने आवास दिलाने का भरोसा दिया है।
दरअसल, गोरखपुर जिले के बड़हलगंज में रहने वाली आशा जनता दरबार में देर से पहुंची थी। उसे हिंदू सेवाश्रम सभागार में जाने से सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। वह गेट पर ही रुककर मुख्यमंत्री योगी का इंतजार करने लगी। करीब दो घंटे के बाद सीएम योगी जब बाहर आए तो आशा ने आवाज देकर उनका रास्ता रोक लिया। सीएम योगी उसकी आवाज सुनकर उसके पास पहुंचे और फरियाद सुनी।
आशा ने सीएम यागी से कहा कि ‘हम गोड़ धरत बानी केहू के देखिह चाहे नाहीं हमार देख लिह। हम किराया भारा खर्च कर कितना दूर से आवत हईं। तब सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि इसका एप्लीकेशन ले लेंगे। आशा एप्लीकेशन की कोई कॉपी लेकर नहीं आई थी। एप्लीकेशन उसके मोबाइल फोन में था। इसपर सीएम ने कहा कि अरे मोबाइल फोन में एप्लीकेशन बताएंगी। मुख्यमंत्री की बात पर वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े। आशा ने अफसरों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि पूछ लीजिए हम यहां भेज दिए हैं। हम कप्तान साहब को भेज दिए हैं आपके यहां भी भेज दिए हैं। फोन पर बात होला सर। कितना आवास देता है, लेकिन चेक नहीं होता है। हम वृक्षा तरे बानी, हमके केहू रोक ना सकेला। लेकिन जोगीजी की खातिर हम रुक गइलीं।
बता दें कि बुधवार यानी आज बाबा गोरखनाथ के दर्शन-पूजन के बाद सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे। वहां एक-एक फरियादी उनसे मिले और समस्याएं बताईं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को समाधान का भरोसा दिया। मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि जो भी प्रार्थना पत्र है संबंधित विभाग के जिम्मेदार लोगों को भेज कर तुरंत कार्रवाई को करें।