भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकवाद को समर्थन करता आया है और कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फटकार भी खा चुका है. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की सरकार लगातार आतंक तो अपने मुल्क में ना सिर्फ पनाह देते हैं बल्कि दूसरे राष्ट्रों पर हमला करने के लिए भी उकसाते हैं. भारत में भी कई बार पाकिस्तान के आतंकवादियों ने जानलेवा हमला बोला है जिसमें देश के कई सैनिक शहीद हुए हैं. इसी क्रम में मंगलवार को भारत ने इशारों-इशारों में कोविड-19 की बात करते हुए पाक को लताड़ लगाई. भारत की तरफ से कहा गया कि, महामारी के समय भी सीमा पार आतंकवाद का समर्थन किया गया और जोर देते हुए कहा कि, संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को आतंकवाद पर ‘निर्णायक तरीके’ से बोलना चाहिए.
धर्म के आधार पर जहर फैलाने का काम
‘वर्ल्ड जूइश कांग्रेस’ द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन उच्च-स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि. ‘भारत, दुनिया में सभी तरह के यहूदी विरोध, धार्मिक आधार पर हर तरह के भेदभाव का विरोध करता है, मगर कुछ ऐसे भी देश हैं जो इस महामारी के वक्त भी दुनिया के अन्य हिस्सों में धर्म के आधार पर विभाजनकारी नफरत और जहर घोलने का काम कर रहे हैं.’
इस दौरान टीएस तिरुमूर्ति ने किसी भी देश का नाम लिए बगैर कहा कि. ‘कोविड-19 महामारी भी ऐसे देश को निर्दोष लोगों की हत्या के लिए सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने और धर्म के आधार पर घृणा फैलाने से नहीं रोक सकी.’