पने मुहाने पर दस्तक दे चुके बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में कई ऐसे घटनाएं घट रही है, जो सूबे के पारे को गरमाने का काम कर रही है। खासकर.. इस चुनाव में इस बार लोजपा प्रमुख चिराग पासवान व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच चल रहे तकरार व टकराव का सिलसिला जमकर सुर्खियां बटोर रही है। इसी बीच अब चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैर छू कर आशीवार्द क्या ले लिए कि यूं समझिए कि बिहार का सियासी पारा अपने यौवन पर पहुंच गया। तरह-तरह की चर्चाएं बाजार में छाने लगी। कभी कुछ तो कभी कुछ, लेकिन सियासी पारा अपनी सीमाओं को लांघ जाए कि इससे पहले ही चिराग ने खुद मोर्चा संभालते हुए पूरी स्थिति को स्पष्ट करते हुए साफ कर दिया है कि यह उनके साथ व्यक्तिगत संबंध हैं, जो हमेशा बने रहेंगे। इन संबंधों पर कभी आंच नहीं आने दी जाएगी।
काफी हमलावर बने हुए हैं चिराग
गौरतलब है कि इस चुनाव में जिस तरह से चिराग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर बने हुए हैं। उन्हें हर मसले को लेकर घेरने का काम कर रहे हैं। उस बीच में इस तरह के आत्मीय से भरे खबरों का आना बिहार के सियासी पारे को परवान चढ़ाने का काम कर रहा है। मालूम हो कि चिराग राजग से अलग होकर चुनावी मैदान में दटे हुए हैं, लेकिन वे साफ कर चुके हैं कि उनका बीजेपी से कोई द्वंद नहीं है। उनकी सीधी लड़ाई नीतीश कुमार से हैं। वे दो टूक कह चुके हैं कि कल भी पीएम मोदी के लिए दिल में जगह थी और आज भी यह जगह दिल में बरकरार है और हमेशा रहेगी, मगर जहां तक चुनाव लड़ने की बात है, तो हमारी यह लड़ाई नीतीश कुमार के खिलाफ है।
श्राद्ध कार्यक्रम में हुए थें शामिल
बता दें कि चिराग और नीतीश के बीच इस आत्मीय भरे रिश्ते का नमूना श्राद्ध कार्यक्रम में देखने को मिला था, जब नीतीश कुमार मिठाई खा रहे थे। तब चिराग ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिए, लेकिन चुनावी मौसम के बीच इस आशीवार्द ने बिहार में नई चुनावी बयार बहा दी।