कोरोना के खौफ के साए के बीच बदलावों की बयार बही है। इस बयार ने काफी कुछ बदल दिया है। इस दौरान सरकार को कई बड़े फैसले भी लेने पड़े हैं। इसी कड़ी में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के छात्रों को बड़ा झटका देते हुए आगामी 2 अक्टूबर को छात्रवृत्ति न देने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि सरकार को यह कदम कोरोना वायरस के चलते जनित हुई आर्थिक चुनौतियों का सामना करने हेतु उठाना पड़ा है। इसके पीछे का एक बड़ा कारण यह भी बताया जा रहा है कि कोरोना काल के चलते बहुत ही कम छात्रों का डाटा शिक्षण संस्थाओं में फॉरवर्ड किया गया है।
इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए समाज कल्याण विभाग के अफसर कहते हैं कि कोरोना काल में वैसे भी बहुत कम छात्रों के दाखिले हुए हैं। बता दें कि सरकार की तरफ से प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को प्रदेश के सभी छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है, लेकिन इस बार कोरोना के खौफ के चलते यह फायदा सभी योग्य छात्रों को नहीं मिलने जा रहा है, चूंकि बहुत ही कम छात्रों के आंकड़े उच्च शिक्षण संस्थाणों में भेजे गए हैं। मिली जानाकरी के मुताबिक, अब तक महज 20 हजार छात्रों के ही आंकड़े उच्च शिक्षण संस्थाणों को भेजे गए हैं।
इसके साथ ही समाज कल्याण विभाग के अफसर के मुताबिक, आगामी 2 अक्टूबर को सभी छात्रों को यह सुविधा नहीं दी जा रही है। इसी दौरान कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए अंतिम तिथि 23 अक्टूबर निर्धारित की गई है और इससे ऊपर के कक्षाओं के छात्राओं के लिए अंतिम तिथि 19 नवंबर तय की गई है। गौरतलब है कि मौजूदा समय में भारत सहित शेष विश्व में कोरोना वायरस का कहर बरप रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार को अनेकों फैसले लेने पड़े हैं, जो आम जनता को काफी हद तक प्रभावित कर रहे हैं, जिसके चलते अनेके लोगों को समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।