मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाने को लेकर उपराज्यपाल वीके. सक्सेना से एक बार फिर की गुजारिश की है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि, “पंजाब के 36 प्रिंसिपल का पहला बैच आज ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर रवाना हो गया है. ये पंजाब के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए है. एलजी साहिब से मेरी गुजारिश है कि दिल्ली के टीचर्स को भी ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाने दीजिए. दिल्ली के टीचर्स और बच्चों से आप इतनी नफरत क्यों करते हैं?”
बता दें, सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के टीचर्स को फिनलैंड भेजने की मंजूरी न देने को लेकर फिर से उपराज्यपाल को घेरा. पंजाब के टीचर्स के सिंगापुर रवाना होने के मौके पर सीएम ने ट्वीट कर एलजी से पूछा, “आप दिल्ली के टीचर्स और बच्चों से इतनी नफरत क्यों करते हो?”
प्रोफेशनल टीचर ट्रेनिंग सेमिनार भाग लेंगे टीचर
बता दें, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को पेशेवर प्रशिक्षण के मकसद से 36 सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों के पहले समूह को उनकी सिंगापुर यात्रा के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इन स्कूलों के प्रधानाचार्य सिंगापुर में छह से 10 फरवरी तक प्रोफेशनल टीचर ट्रेनिंग सेमिनार में हिस्सा लेंगे. मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAp) ने पिछले साल के विधानसभा चुनाव में लोगों को इस बात की गारंटी दी थी कि राज्य में शिक्षा प्रणाली में पूरी तरह से परिवर्तन लाया जाएगा.
36 प्रधानाचार्यों का पहला समूह सिंगापुर रवाना
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, आज 36 प्रधानाचार्यों का पहला समूह सिंगापुर जा रहा है और वे वहां पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे. सिंगापुर की प्रधानाचार्य एकेडमी में वे शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक का अध्ययन करेंगे. उन्होंने कहा कि पहला समूह 11 फरवरी को वापस आ जाएगा और सहकर्मियों के साथ अपने अनुभव साझा करेगा. मान ने कहा कि जिस तरह अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने बदलाव किया है, वैसे ही पंजाब भी बदलाव की प्रक्रिया का गवाह बनेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे पास प्रतिभावान शिक्षक हैं, लेकिन उन्हें नयी शिक्षण तकनीक के बारे में अद्यतन करने की जरूरत है. इस प्रक्रिया की शुरुआत आज से हो गई है. मान ने कहा कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा क्षेत्र को उनकी सरकार पहले दिन से प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने कहा, हम लोग शिक्षकों को फिनलैंड भी भेजेंगे। हम लोग शिक्षकों को उन जगहों पर भेजेंगे, जहां शिक्षा की नयी तकनीक उपलब्ध हैं, जिन्हें सीखने की जरूरत है. हम लोग राज्य के आगामी बजट में शिक्षा के लिए आवंटन भी बढ़ाएंगे.