पाकिस्तान (Pakistan) के विपक्ष पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (Pakistan Peoples Party) के नेता चौधरी कमर जमां कैरा (Chaudhary Qamar Zaman Kaira) ने इमरान खान (Imran Khan) के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इमरान सरकार ने देश को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया है.
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता ने कहा कि जब उनकी पार्टी के सदस्य भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते थे, तो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता झगड़ा करने लगते थे. चौधरी कमर जमां कैरा ने कहा कि अब वैश्विक निकायों ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि देश में भ्रष्टाचार बढ़ा है. प्रधानमंत्री इमरान खान भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए नारे का इस्तेमाल करते रहे हैं. लेकिन हकीकत में उन्होंने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कुछ नहीं किया.
द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि पीपीपी नेता ने यह भी कहा कि वैश्विक संस्थाओं के अनुसार देश में कोई शासन और कानून का शासन नहीं है. पीपीपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने भ्रष्टाचार को लेकर झूठे नारे लगाए हैं. उन्होंने कहा कि इमरान खान के सलाहकार शहजाद अकबर को निराशा के कारण बाहर कर दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
देश में भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी की 2021 की रिपोर्ट में 16 स्थान गिरकर 140 स्थान पर आ गया. इस रिपोर्ट के तुरंत बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की जवाबदेही और आंतरिक सलाहकार शहजाद अकबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. विपक्षी दलों ने अकबर के इस्तीफे और रिपोर्ट को भ्रष्टाचार से निपटने में इमरान खान की नाकामी बताया और पीएम से इस्तीफे की मांग की है.
23 मार्च से देशव्यापी विरोध शुरू करेगा विपक्ष
विपक्ष ने इमरान सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि शहजाद अकबर ने कोशिश की थी कि भ्रष्टाचार के मामले में वे विपक्ष को फंसा सकें. लेकिन वो ऐसा कर नहीं पाए. पाकिस्तान में लगभग एक दर्जन विपक्षी दलों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) 23 मार्च से देशव्यापी विरोध शुरू करने की घोषणा कर चुका है. वहीं विपक्ष के आरोपों को इमरान खान ने खारिज कर दिया है. पाकिस्तान बनने के बाद से अब तक कई बार सेना ने वहां शासन किया है.