राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रमना काली मंदिर के नए निर्मित परिसर का लोकार्पण करेंगे। विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने बताया है कि राष्ट्रपति श्री रमना काली मंदिर का लोकार्पण करेंगे। इस मंदिर को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने साल 1971 में पूरी तरह नष्ट कर दिया था। उस साल पाकिस्तान सेना द्वारा चलाए गए वीभत्स ऑपरेशन सर्चलाइट के दौरान इस मंदिर को भारी क्षति पहुंचाई गई थी। अब इस मंदिर को फिर से बनाया गया है जिसका उद्घाटन राष्ट्रपति करेंगे। यह मंदिर ढाका के मध्य भाग में स्थित है।
इससे पहले राष्ट्रपति बुधवार को बांग्लादेश की अपनी पहली तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर ढाका पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हमीद ने अपनी पत्नी रशीदा खानम के साथ उनकी आगवानी की थी। गुरुवार को राष्ट्रपति कोविंद व प्रथम महिला सविता कोविंद ढाका में आयोजित नेशनल परेड में शामिल होंगे। भारत की तीनों सेना की 122 सदस्यीय टीम भी परेड में हिस्सा लेंगी।
बता दें कि साल 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश को आजादी मिली थी। बांग्लादेश को स्वतंत्र कराने में भारत की अहम भूमिका रही है। 27 मार्च 1971 को बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना ने न सिर्फ इस मंदिर को ध्वस्त किया बल्कि इसमें मौजूद करीब 100 हिंदुओं का नरसंहार किया था। उस समय श्रीमत स्वामी परमानंद गिरि मंदिर के पुजारी थे।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. ए के अब्दुल मोमेन ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा था, “राष्ट्रपति कोविंद 15-17 दिसंबर को बांग्लादेश के राष्ट्रपति एम अब्दुल हामिद के निमंत्रण पर दोनों पड़ोसी देशों के बीच अच्छे संबंधों के अद्वितीय संकेत के रूप में बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं।”
कई अन्य समारोह में भी हिस्सा लेंगे रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपिता को सम्मान देने और जीत की खुशी का जश्न मनाने के लिए जातीय संसद भवन, साउथ प्लाजा में “ग्रेट विक्ट्री हीरोज” समारोह में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति हामिद, बांग्लादेश के प्रधानमंत्री, संसदीय अध्यक्ष और अन्य अहम हस्तियां मौजूद रहेंगी।