दीपावली को लेकर कई तरह की शुभ बातों को बताया जाता है. दीपावली जहां खुशियों और उत्साह को लेकर आती है. तो वहीं दीपावली पर खरीददारी को बेहद शुभ माना जाता है. दिवाली पर घर, ज्वैलरी आदि को लोग खूब खरीदते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिवाली के दिन झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है.
मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन झाड़ू खरीद कर इसे पूजा के बाद अगले दिन से इस्तेमाल करना चाहिए. झाड़ू का अगर सही तरह से उपयोग किया जाए तो जीवन की कई तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं, क्योंकि इससे जुड़ीं कई तरह की मान्यताएं भी हैं.
कहा जाता है कि अगर आप झाड़ू का अपमान करते हैं तो इससे मां लक्ष्मी का अपमान होता है. यही कारण है कि कभी भी झाड़ू पर पैर पड़ने पर उसको छुआ जाता है. आइए जानते हैं झाड़ू से जुड़ी कुछ ऐसे ही धार्मिक मान्यताओं के बारे में जिनको जानना बेहद खास है-
-कहते है कि झाड़ू में धन संपत्ति की देवी लक्ष्मी मां का वास होता है, ऐसे में दिवाली के दिन अगर स्थाई लक्ष्मी का वास चाहिए तो मंदिर में शुभ मुहूर्त में झाड़ू दान करनी चाहिए.
– दिवाली एक ऐसा त्योहार होता है जो किसी भी दिन हो आप झाड़ू खरीद सकते हैं, वरना शनिवार को झाड़ू लेना मना किया जाता है. क्योंकि शनिवार को झाड़ू की खरीददारी को अशुभ माना जाता है.
-इतना ही नहीं अगर आप नए घर में ग्रहप्रवेश कर रहे हो तो घर में झाड़ू लेकर ही प्रवेश करना चाहिए.
-कहा जाता है कि झाडू को किसी खुले स्थान पर खुला रखना अपशकुन माना जाता है. कभी भी घर के मुख्य द्वार से किसी को झाड़ू नहीं दिखाई देनी चाहिए. अगर झाड़ू का उपयोग ना हो रहा हो तो से नजर के सामने न रखें, इतना ही नहीं नॉर्थ दिशा की तरफ झाड़ू को छिपा कर रखना चाहिए.
-झाड़ू को कभी पूजा घर, भंडार ग्रह और बेडरुम में नहीं रखना चाहिए. अगर बेडरुम में आप झाड़ू रखते हैं तो शादीशुदा जीवन में परेशानियां आ जाती हैं.
-इसके साथ ही झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए. बहुत समय से इस्तेमाल हो रही झाड़ू को घर में नहीं रखना चाहिए. इसके स्थान पर आपको नई झाड़ू लानी चाहिए.
– कभी भी झाड़ू को पैर से लांघना (पार) नहीं चाहिए, झाड़ू को कभी जलाना नहीं चाहिए इससे मां लक्ष्मी का अपमान होता है. यानी की झाड़ू का किसी प्रकार का अपमान कभी भी नहीं करना चाहिए.