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दिशा सालियन मामले में बलात्कार का आरोप लगा कर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे मुश्किल में, मुंबई के मालवाणी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर रही दिशा सालियन (Disha Salian) की मौत से जुड़े मामले में झूठे आरोप लगाने को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) के खिलाफ मुंबई के मालवाणी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर राज्य महिला आयोग (State Women Commission) की शिकायत पर दर्ज की गई है. नारायण राणे ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह आरोप लगाया था कि दिशा सालियन मौत वाली रात की पार्टी में नहीं जाना चाहती थी. उन्हें काली मर्सिडीज गाड़ी भेजकर जबर्दस्ती पार्टी में बुलाया गया. दिशा के साथ तीन-चार लोगों ने रेप किया उसके बाद उनकी हत्या कर दी. उस पार्टी में एक मंत्री भी वहां अपने सुरक्षा रक्षकों के साथ मौजूद थे. सुशांत सिंह ने कहा था कि वे आरोपियों को नहीं छोड़ेंगे. इसलिए उनकी भी हत्या की गई.

दरअसल नारायण राणे के बेटे और बीजेपी विधायक नितेश राणे मौत से पहले दिशा सालियन के साथ हुए रेप की बात बार-बार करते रहे हैं. इन सब बातों को लेकर मुंबई की मेयर और शिवसेना नेता किशोरी पेडणेकर ने राज्य की महिला आयोग से यह शिकायत की थी कि मौत के बाद दिशा सालियन की बदनामी की जा रही है. इसके बाद महिला आयोग ने मालवाणी पुलिस थाने से दिशा सालियन केस से जुड़ी रिपोर्ट मंगवाई.

दिशा के माता-पिता ने भी राणे के खिलाफ महिला आयोग से शिकायत की थी

इसी दौरान दिशा सालियन के माता-पिता ने भी उनकी बेटी की मौत के बाद इज्जत उछाले जाने और इस पर राजनीति किए जाने को लेकर नाराजगी जताई थी और महिला आयोग से शिकायत की थी. इसके बाद महिला आयोग ने मालवाणी पुलिस स्टेशन से जो रिपोर्ट मांगी. उस रिपोर्ट में दिशा सालियन की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट शामिल है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिशा सालियन के साथ बलात्कार होने जैसी किसी बात का जिक्र नहीं है. इसके बाद महिला आयोग ने मालवाणी पुलिस थाने में नारायण राणे पर  झूठे आरोप लगाने की शिकायत दर्ज करवाई. इस आरोप के बाद मालवाणी पुलिस ने नारायण राणे के खिलाफ केस दर्ज किया.

इस कार्रवाई से एक बार फिर बीजेपी और महाविकास आघाडी में छिड़ेगी लड़ाई

अब महाराष्ट्र में इस मुद्दे को लेकर राजनीति गरमाने वाली है. दरअसल केंद्रीय मंत्री नारायण राणे बीजेपी से जुड़े हैं. उनके बेटे नितेश राणे भी बीजेपी विधायक हैं. लेकिन उनके खिलाफ जो कार्रवाई हुई है वो किशोरी पेडणेकर और रुपाली चाकणकर की शिकायत पर हुई है. किशोरी पेडणेकर शिवसेना से संबंधित हैं और रूपाली चाकणकर शरद पवार की पार्टी एनसीपी से जुड़ी हैं. ये दोनों ही पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार चला रही हैं. यानी मामला एक बार फिर बीजेपी वर्सेस महाविकास आघाडी के बीच तू-तू मैं-मैं दिखाई देने वाली है.