दुनिया आज चांद तक जा पहुंची है। हम साइंस, स्पेस और तकनीक के मामले अब अपने शबाब पर पहुंच चुके हैं, लेकिन अफसोस आज भी कुछ ऐसे लोग विराजमान हैं, जो जातिवाद का लबादा ओढ़कर फक्र महसूस करते हैं। खैर , ऐसे लोनों को आईना दिखाने की हमारी यह जुगत जारी रहेगा, मगर इससे पहले हम आपको मर्माहत कर देने वाले उस मसले से रूबरू कराए चले जो कर्नाटक के मैसूर शहर से सामने आया है, जहां सैलून के मालिक पर महज इसलिए 50 हजार रूपए का जुर्माना ठोंक दिया था… वो भी बस इसलिए…क्योंकि उससे एक खता हो गई…और वो खता बस इतनी सी थी कि उस शख्स ने अपने दुकान पर आने वाले एक दलित ग्राहक के बाल काट दिए, जिससे खफा होकर गांव के ऊंची जाति के लोगों ने दुकान के मालिक पर 50 हजार रूपए का जुर्माना ठोंक दिया।
समझ से परे… यकीन करना मुश्किल.. दिल के हर जर्रे-जर्रे को झकझोंर कर देने वाले इस पर आज के आधुनिक भारत के लिए भले ही यकीन करना मुश्किल हो, लेकिन यह एक सच्चाई है, जिस पर आपको एतबार करना ही होगा। दुकान के मालिक मलिकार्जुन शेट्टी बताते हैं कि इससे पहले भी गांव के ऊंची जाति के लोग उनके पास आए थे और उन्हें फरमान सुनाकर गए थे कि अगर तुमने दलितों के बाल काटे तो इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। अपने आपको स्वंयभू समझने वाले गांव के ये ऊंची जाति के लोग शेट्टी को हिदायत देते हुए कह गए थे कि अगर तुम्हें गांव में अपनी दुकान चलानी है तो तुम्हें सिर्फ और सिर्फ ऊंची जाति के लोगों के ही बाल काटने होंगे। अगर तुममे दलितों के बाल काटे तो फिर देख लेना क्या होगा।
खैर, फरमान सुनाने वाले भले ही अपना फरमान सुनाकर चले गए हों, मगर शेट्टी भला इस धमकीभरे फरमानोें से कहां खौफ खाने वाले थे। उनका यह सिलसिला चलता रहा। वे बेखौफ होकर दलितों के बाल काटते रहे, फिर एक दिन जब गांव के ऊंची जाति के लोगों को़ यह खबर लगी की शेट्टी नहीं मान रहा है … वो मना करने का बावजूद भी दलितों के बाल काट रहे हैं .. तो फिर ऊंची जाति के लोगों का पारा गरमा गया और फिर शेट्टी की दुकान पर आ धमके… पहले धमकी दी.. फिर मारपीट की और कुछ पैसे भी छीन लिए और पता नहीं कि किस हक से 50 हजार रूपए का जुर्माना भी लगा दिया। उधर , इस पूरे मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि सैलून मालिक शेट्टी खुद ही कोई शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते हैं। लिहाजा, अब दोनों ही पक्षों से बातचीत कराकर इस पूरे मसले का पूरा निपटारा कर दिया गया है।