किसान आदोलन ने काफी हिंसक रूप ले लिया। एक तरफ ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की मौत हो गई वहीं पुलिस जवानों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। ट्रैक्टर मार्च बेकाबू होने पर दिल्ली पुलिस ने अहम फैसला लिया है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने जवानों को आदेश दिया है कि उपद्रवियों से पूरी ताकत से निपटें।
अभी भी दिल्ली के ITO में किसान जमें हुए हैं। पुलिस और किसानों के बीच झड़प का माहौल है। इसके अलावा गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और नांगलोई में किसानों को पुलिस खदेड़ रही है। इन इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। फरीदाबाद में पुलिस ने लाठी चार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया। इधर गृह मंत्रालय ने भी कड़ा रुख अपना लिया है। ITO पर किसानों पर लाठीचार्ज हुआ तो उपद्रवियों ने जवाब में पत्थबाजी की। इस झड़प में कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- किसानों को वापस लौट आना चाहिए
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब किसानों को वापस लौट आना चाहिए। इधर टिकरी बॉर्डर से आया किसानों का जत्था लाल किले की ओर तेजी से बढ़ रहा है। पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है।