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ऑक्सफोर्ड छात्रसंघ की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, यह थे आरोप

दुनिया की श्रेष्ठतम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ में बड़ा उलटफेर हो गया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष चुनी गईं rashmi samantने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट्स के वायरल होने और खुद पर नस्लीय आधार पर भेदभाव करने के आरोपों के बाद पद से इस्तीफा दिया है। पुरानी सोशल मीडिया पोस्ट्स के आधार पर नस्लवादी और असंवेदनशील बताया जा रहा था। मलयेशिया घूमने के दौरान उन्होंने अपनी एक तस्वीर को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए चित्र परिचय में चिंग चांग लिखा था। इस शब्द को यहूदी और चीनी छात्रों के लिए गलत माना जा रहा था। स्टूडेंट यूनियन की डिबेट्स के दौरान उनकी तुलना हिटलर जैसे तानाशाह से की जा रही थी। विरोध के बाद रश्मि सामंत आहत हो कर पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ने सोशल मीडिया पोस्ट्स के लिए एक खुला खत लिखते हुए माफी भी मांग ली थी। रश्मि सामंत ने फेसबुक पर अपने इस्तीफे का ऐलान किया है।

 

इस्तीफा देते हुए रश्मि सामंत ने लिखा कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने जाने के बाद जिस तरह से कुछ घटनाएं हुई हैं। इससे मैं यह मानती हूं कि मेरे लिए यह इस्तीफा देने का सही समय है। आपने मुझे प्रेसिडेंट के तौर पर चुना यह मेरे लिए गर्व की बात है। कर्नाटक की मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई कर चुकीं रश्मि सामंत को बीते सप्ताह ही प्रेसिडेंट के तौर पर चुना गया था। उन्हें कुल पड़े 3,708 वोटों में से 1,966 मत मिले थे।

रश्मि उडुपी जिले के मणिपाल कस्बे की रहने वाली हैं। रश्मि के पिता दिनेश सामंत एक कारोबारी हैं और मां वत्सला होममेकर हैं। सामंत ने उडुपी से ही स्कूल की पढ़ाई की है जबकि 2020 में मेकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चुनाव में रश्मि सामंत ने खुद को समावेशी  तौर पर पेश किया था। प्रचार के दौरान उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सिलेबस से उपनिवेशवादी चीजों को हटाने का वादा की थी।