अक्सर हम देखते है कि लोग बुरी बला से बचने के लिए नींबू-मिर्ची के टोटकों को अपनाते है, लेकिन क्या आप ये जानते है कि टोटके करने में नींबू और मिर्ची का प्रयोग क्यों किया जाता है. अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे कि टोटके करने में नींबू और मिर्ची का प्रयोग क्यों किया जाता है, ऐसा माना गया है कि धन की देवी माता लक्ष्मी की एक बड़ी बहन दरिद्रा हैं जो माँ लक्ष्मी का अपमान और अनादर करने वालों को कष्ट देने के लिए है.
जाहिर सी बात है कि दरिद्रा के नाम से ही लोग डरने लगते हैं और इसलिए दरिद्रा के प्रकोप से बचने के लिए कई तरिके को अपनाते है, उनमें से एक उपाय है नींबू-मिर्ची का टोटका है. क्योकि दरिद्रा को खट्टा और तीखा भोजन अधिक पसंद है. इसलिए नींबू और मिर्ची घर या दुकान के बाहर टांगे जाते हैं, ताकि दरिद्रा की इच्छा बाहर ही पूरी हो जाये और वे बाहर से वापस लौट जाएं.
अगर घर में किसी को नजर लग गई है तो परिवार का कोई अन्य सदस्य पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से सिर से पैर तक सात बार नींबू वार लें, इसके बाद नींबू के 4 टुकड़े करके किसी सुनसान जगह पर फेंक दें, ध्यान रहे कि नींबू के टुकड़े फेंकने के बाद पीछे मुड़कर बिल्कुल नहीं देखना चाहिए.अगर दिन रात मेहनत करने के बाद भी आपका काम धंधा नहीं चल पा रहा है, तो शनिवार के दिन एक नींबू को लेकर उसे दुकान या ऑफिस की चारों दीवारों पर स्पर्श कराएं, इसके बाद काटकर नींबू के 4 टुकड़े कर लें और चारों दिशाओं में नींबू का एक-एक टुकड़ा फेंक दें, ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. अगर आपके काम बनते-बनते बिगड जाते है तो आप एक नींबू लें और उसको अपने सिर के ऊपर सात बार वार कर उसके दो टुकड़े करें, बायें हाथ का टुकड़ा दाईं तरफ और दायें हाथ का टुकड़ा बाईं तरफ फेंक दें आपके बिगड़ हुए काम फिर से बनाने लगेंगे