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अब विसरा रिपोर्ट से सुलझेगा मनसुख हिरेन की मौत का मामला, इन सवालों से घिरी एटीएस

बीते दिनों देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी(Businessman Mukesh Ambani) के घर के बाहर विस्फोटक छड़ो से भरी एक स्कॉर्पियो कार मिली थी। इसके बाद ही कार मालिक मनसुख हिरेन की हत्या कर दी गई। अब उनकी लाश मिलने के बाद इस केस ने एक नया मोड ले लिया है। जांच में पता चला कि हत्यारे ने पुलिस के ध्यान को इधर –उधर भटकाने के लिए एक खास तरह के फोन का इस्तेमाल किया था। महाराष्ट्र की एटीएस ने इस केस को हत्या का केस मान कर रिपोर्ट दर्ज की क्योंकि पुलिस ने इसे आत्महत्या (Suicide) का मामला बता दिया था। अब इस केस में कई अनसुलझे सवाल आते जा रहे हैं, जिनका जवाब किसी के भी पास नहीं है। अब आज की विधानसभा में गृहमंत्री अनिल देशमुख इस बारे में अपना पक्ष रखेगें कि इस मामले में कौन से एक्शन लिए गए हैं।

आखिर क्यों रखा मोबाइल ऑन?

प्राप्त जानकारी से पता चला है कि इस केस के लिए सबसे मुख्य फोन हो सकता है, लेकिन इसका अभी तक पता ना चल पाया है।  दूसरी ओर बता दें कि हत्यारों ने वारदात के समय हिरने का फोन ऑन रखा था। इस मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस करने पर पता चला है कि कातिल फोन को वसई ले गए थे। ये फोन की आखिरी लोकेशन है। हत्यारो ने साढ़े ग्यारह बजे तक फोन को ऑन रखा था और फिर पुलिस के ध्यान को भटकाने के लिए फोन को बंद कर दिया था। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि नदी में फेंकने से पहले हिरेन की हत्या हत्यारों ने कर दी थी। एटीएस ने मनसुख की पत्नी विमला हिरेन की शिकायत पर काला चौकी यूनिट में अज्ञात लोगों के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया। रविवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मनसुख की लाश करीब दस घंटे तक पानी में रही थी और उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। पीठ और आंख के नीचे जख्म के निशान दिखे।

विधानसभा में जवाब रखेंगे अनिल देशमुख

एटीएस से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काला चौकी एटीएस ने आईपीसी की धारा 302, 201, 34 और 120(B) के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू की है। इससे साफ है कि संदिग्ध मौत के पीछे हत्या की आशंका जाहिर की गई है। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी इस मामले में आरोप लगाए थे जिसे लेकर गृहमंत्री अनिल देशमुख आज विधानसभा में जवाब दे सकते हैं।

कुछ सवाल की गुत्थी है अनसुलझी

इस मसले में कुछ ऐसे भी सवाल है, जिनकी गुत्थी को सुलझाया नहीं जा सका है। जैसे कि मनसुख की पत्नी विमला ने दावा किया है कि मनसुख खुदकुशी नहीं कर सकते, जबकि डीसीपी ने ये बयान दिया कि मनसुख ने खुदकुशी की है। अब इसमें कौन सच बोल रहा है इसका पता नहीं है? दूसरा सवाल मौत से पहले मनसुख का फोन की लोकेशन विरार में क्यों थी? तीसरा सवाल कांदिवली के तावड़ें नाम के आदमी का फोन क्यों आया था? चौथा सवाल मनसुख के मुंह पर रुमाल क्यों बंधे गए थे?

एटीएस अधिकारी ने परिवार से की मुलाकात

बीते रविवार को एटीएस अधिकारी ने उस जगह का चक्कर लगाया जहां से हिरेन के शव को बरामद किया गया था।  जांच में पूरी टीम लगी है। अधिकारी ने हिरेन के परिवार से मुलाकात की और उनके पत्नी बेटे से बात की। हिरेन की पत्नी ने दावा किया कि ये जरूर हत्या है क्योंकि उनके पति सुसाइड जैसा कदम नहीं उठा सकते। इस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। हिरेन के भाई ने बताया कि उन्हें उनके भाई की हत्या का शक है। भाई विनोद ने बताया कि हिरेन ने गृह मंत्री और ठाणे व मुंबई कमिश्नर को लेटर लिख शिकायत की थी कि जांच की आंड में जांच एजेंसियां उनको परेशान कर रही है। हिरेन का आवास ठाणे में है और गुरुवार को अपने घर से रात 8 बजे तावड़े नाम के एक आदमी से मिलने की बात बोलकर घर से रवाना हुए थे। टीम के हाथ में अभी तक हिरेन का मोबाइल नहीं मिल पाया है।

अधूरी है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

हाल ही में जो हिरेन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली है, वे पूरी नहीं है और विसरा सैंपल को टेस्ट के लिए फरेंसिक लैब में दे दिया गया है। पता चला है कि कुछ चोटो के बारे में रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे शक है कि कोई साजिश रची गई है। साथ ही हिरेन के मुंह में रूमाल ठुसा हुआ मिला था, जिस पर भी काफी सवाल उठ रहे हैं।

विसरा रिपोर्ट आनी है बाकी

इस केस में अभी एक खुलासे का होना बाकी है। विसरा की रिपोर्ट आना अभी शेष है। इसमें लगभग 15 से 20 दिन लग सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इस केस से संबंधित कुछ पुलिस अधिकारी और मीडिया भी एटीएस की शक के दायरें में हैं। इनमें वो लोग शामिल हैं, जिनकी बात मनसुख ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में किया गया था।