दो साल पहले 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भारतीय जवानों के काफिले पर हमले का सबक सिखाने के लिए भारत ने आतंकी ठिकाने को नष्ट कर दिया था। पाकिस्तान के बालाकोट में भारत ने एयरस्ट्राइक की थी जिसके बाद तनाव बढ़ गया। एयर एयरस्ट्राइक की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बौखला गया था। पाकिस्तान जब 27 फरवरी को भारतीय सीमा के अंदर घुस आया तो भारतीय वायुसेना ने उसे बुरी तरह खदेड़ा था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बालाकोट कार्रवाई पर आज भी अपना सीना चैड़ा करन से पीछे नहीं हटे हैं। उन्होंने इस कार्रवाई के बाद की स्थितियों को उपलब्धि के रूप में पेश किया है। सीजफायर उल्लंघन और भारत में घुसपैठ करने वाले आतंकियों की पनाहगाह बने पाकिस्तान को उन्होंने ‘शांति और स्थिरता‘ का पक्षधर बताया है और सारी जिम्मेदारी भारत पर डाल दी है.
इमरान ने ट्वीट किया है जिसमें भारत को ही जिम्मेदार बताया है। उन्होंने लिखा है कि पाकिस्तान पर भारत के अवैध सैन्य हवाई हमले के दो साल होने पर मैं पूरे देश और अपनी सेना को बधाई देता हूं। एक गर्वित और आत्मविश्वासी राष्ट्र के तौर पर हमने अपने हिसाब से समय और जगह पर दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी। कैद किए गए पायलट को वापस करके हमने भारतीय भारत की गैरजिम्मेदाराना सैन्य अस्थिरता के सामने हमने दुनिया को भी पाकिस्तान का जिम्मेदार रवैया दिखाया।
इमरान खान अपनी बातों को और बढ़ाते हुए कहा कि हम हमेशा शांति के लिए खड़े हैं और बातचीत से सभी मुद्दे सुलझाने के लिए आगे बढ़ने को तैयार हैं। मैं नियंत्रण रेखा पर सीजफायर का स्वागत करता हूं। आगे की बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत पर है। लंबे वक्त से चली आ रही कश्मीर की आजादी की मांग और अधिकार को देने के लिए संयुक्त राष्ट्र रेजॉलूशन के मुताबिक भारत को कदम उठाने चाहिए। 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ सैनिकों पर आतंकवादी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके जवाब में भारत ने 26 फरवरी को आतंकी कैंप्स बालाकोट पर बमबारी किया। इस पर बौखलाए पाकिस्तान ने अगले दिन भारतीय सीमा में अपने विमान भेज दिए। भारतीय वायुसेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए इन विमानों को खदेड़ दिया था।
इस दौरान भारतीय मिग-21 बाइसन पाकिस्तानी क्षेत्र में पहुंच गया था जिसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान ने कैद कर लिया। उन्हें 1 मार्च को छोड़ दिया गया था जिसे लेकर हाल के महीनों में पाकिस्तान के नेताओं ने सरकार की पोल भी खोल दी थी। पाकिस्तान की संसद में अयाज सादिक ने कहा था कि पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीने छूट रहे थे और विदेश मंत्री कुरैशी ने हमसे कहा कि अल्लाह के वास्ते हमें उन्हें वर्धमान छोड़ देना चाहिए क्योंकि भारत रात नौ बजे पाकिस्तान पर हमला कर रहा है। पाकिस्तान के सच और उसके चेहरे को देखना जरूरी है। वह युद्ध की हार और कार्रवाई पर भी पीठ थपथपा लेता है।