भारत में आज दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल संबोधन के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना टीका विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की है. पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे ही दिन के लिए राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने कहा था कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बमारी ने लोगों को अपने घर से दूर रखा. माताएं बच्चों के लिए रो रही थीं, लेकिन वो अपने बच्चों के पास नहीं जा सकती थीं. लोग अस्पताल में भर्ती अपने घर के बुजुर्गों से मिल नहीं सकते थे, कई हमारे साथी जो इस बीमारी की चपेट में आकर हमसे दूर चले गए, ऐसे लोगों का हम अंतिम संस्कार भी नहीं कर सके. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए. पीएम ने कहा कि कोरोना के काल में हमारे कई साथी ऐसे रहे जो बीमार होकर अस्पताल गए तो लौटे ही नहीं. पीएम ने कहा कि संकट के उसी समय में, निराशा के उसी वातावरण में, कोई आशा का भी संचार कर रहा था, हमें बचाने के लिए अपने प्राणों को संकट में डाल रहा था. ये लोग थे हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस और दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर्स. हमारे कई साथी कोरोना से ग्रसित होकर अस्पताल गए तो लौटे ही नहीं. ऐसे सभी साथियों को हम सादरांजलि अर्पित करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास में इस प्रकार का और इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है. दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है, और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है. दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है. जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा. आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगनी बहुत जरूरी है. उन्होंने लोगों से प्रार्थना की कि आप दो डोज जरूर लगवाएं, एक डोज लगवाने के बाद भूल न जाएं, पीएम ने कहा कि पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा, इसे भी ध्यान रखें, दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी. पीएम ने कहा कि जैसा धैर्य आपने कोरोना काल में दिखाया था, वैसा ही धैर्य आप वैक्सीनेशन के समय भी दिखाएं. पीएम ने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद भी शारीरिक दूरी और मास्क जरूरी होगा.
सबसे पहले इन्हें लगेगा कोरोना का टीका सबसे पहले एक करोड़ 60 लाख कर्मचारियों को टीका लगेगा जो जरूरी सेवाओं से जुड़े हैं. इनमें 51 लाख 82 हजार से ज्यादा हेल्थकेयर वर्कर्स, 4 लाख 31 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी, 1 करोड़ 3 लाख 66 हजार सोशल वर्कर्स और 1 लाख 5 हजार से ज्यादा पोस्टल सेवाओं से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं. पहले दिन 3 लाख लोगों को लगेगी वैक्सीन टीकाकारण अभियान के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 3006 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए गए हैं. पहले दिन करीब 3 लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी.
यानी पहले दिन सभी सेंटर्स पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. टीकाकारण का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक है. बनाया गया एक कॉल सेंटर COVID-19 महामारी, वैक्सीन रोलआउट और Co-WIN सॉफ़्टवेयर से संबंधित सवालों के लिए एक 24×7 कॉल सेंटर- 1075 भी स्थापित किया गया है. 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगेगी वैक्सीन केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन फिलहाल केवल 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को ही लगाई जानी है. प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं लगेगी वैक्सीन प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाएं अब तक किसी भी कोविड-19 वैक्सीन के क्लिनिकल परीक्षण का हिस्सा नहीं रही हैं. इसलिए, जो महिलाएं गर्भवती हैं या अपनी गर्भावस्था के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं; और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस समय कोविड-19 वैक्सीन नहीं दी जाएगी.
बीच में वैक्सीन बदलने की नहीं होगी इजाजत दूसरी खुराक उसी वैक्सीन की होनी चाहिए जिसमें पहली डोज ली गई थी यानी कि वैक्सीन के इंटरचेंजिंग की अनुमति नहीं है. 80 लाख लाभार्थियों का पहले से रजिस्ट्रेशन स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया है कि को-विन ऐप के तहत 80 लाख लाभार्थियों का पहले से ही रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. हालांकि, इस ऐप के जरिए कोई भी रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकता है, केवल अधिकारियों को ही इस ऐप का एक्सेस है. आम लोगों के रजिस्ट्रेशन के लिए चार अलग-अलग मॉड्यूल बनाए गए हैं.
ये है टीकाकारण की प्रक्रिया Covid-19 वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है. कोरोना टीकाकारण कार्यक्रम के दौरान वैक्सीन लगवाने के लिए एक फोटो आईडी प्रूफ के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिसके बाद वैक्सीन की उपलब्धता और प्रॉयरिटी के आधार पर टीकाकारण का शेड्यूल बनाया जाएगा. फिर आपको SMS भेजकर बताया जाएगा कि वैक्सीन कब और कहां लगनी है. दोनों डोज लगने के बाद मिलेगा सर्टिफिकेट कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लग जाने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ऑनलाइन लिंक भेजा जाएगा. जिसके जरिए आप क्यूआर कोड आधारित ई-सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि QR कोड आधारित वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट सिर्फ उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जिन्होंने कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराया होगा.