पंजाब के जालंधर कोर्ट की एडवोकेट हरविंदर कौर उर्फ रूबी काफी लोकप्रिय हैं. उन्होंने तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करते हुए समाज में अपनी मुकाम हासिल की है. 24 साल की हरविंदर कौर भारत की सबसे छोटे कद की एडवोकेट हैं. उनकी हाइट 3 फीट 11 इंच है. एक समय वह लोगों का ताना सुनती थीं. आज वह लोगों की न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में उनकी लड़ाई लड़ती हैं. हरविंदर कौर का कहना है कि वह बचपन से ही एयर होस्टेस बनना चाहती थीं. लेकिन, कम हाइट की वजह से उनका सपना पूरा नहीं हो सका. उनकी लंबाई नहीं बढ़ रही थी तो परिवार के लोगों ने कई डॉक्टरों को दिखाया. मेडिकेशन हुआ. योग कीं. लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ.
वह कहती हैं कि एक समय लोग उनका मजाक उड़ाते थे. इससे उन्हें सुसाइडल विचार भी आते थे. उन्होंने खुद को कमरे में बंद करना शुरू कर दिया. हरविंदर ने एयर होस्टेस बनने का सपना तो छोड़ दिया, लेकिन वह अपनी पहचान बनाने के दृढ़ संकल्प से नहीं हटीं.
वह कहती हैं कि 12वीं करने के बाद वह दिनभर मोटिवेशनल वीडियो देखती थीं. इससे उन्हें कुछ करने का साहस मिला. इसके बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई करने का प्लान किया. एलएलबी में एडमिशन ले लीं. लॉ की पढ़ाई करके वह एडवोकेट बन गईं.
अब उनका सपना जज बनने का है. इसके लिए वह दिन रात तैयारी कर रही हैं. हरविंदर का कहना है कि वह कहीं बाहर जाती हैं तो लोग उन्हें नहीं जानते हैं तो बच्ची समझ लेते हैं. कई बार कोर्ट रूम के रीडर ने कहा है कि बच्ची को वकील का ड्रेस पहनाकर क्यों लाए हैं. इसके बाद वकील साथियों को बताना पड़ा कि ये एडवोकेट हैं.
हरविंदर के पिता शमशेर सिंह फिल्लौर में ट्रैफिक पुलिस में एएसआई हैं. वहीं, माता सुखदीप कौर हाउस वाइफ हैं. हरविंदर ने पिछले साल एलएलबी की पढ़ाई की. अब ह बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा द्वारा एनरोलमेंट पा चुकी हैं. हरविंदर इन दिनों क्रिमिनल केस लड़ रही हैं और ड्यूडिशियल सर्विस की तैयारी भी कर रही हैं. उनका सपना है कि वह जज बनकर अपने परिवार का नाम रोशन करें.