गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद किस पार्टी में जाएंगे इसको लेकर फिलहाल सस्पेंस बरकरार है. पटेल ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन वो बार-बार बीजेपी और आम आदमी पार्टी की तारीफ करते दिखते हैं. हार्दिक ने कहा है कि गुजरात की जनता अगर किसी पार्टी को पिछले 30 साल से सत्ता में ला रही है तो उस पार्टी ने जरूर कुछ न कुछ अच्छा काम किया होगा. हार्दिक का इशारा बीजेपी की तरफ है. हालांकि उन्होंने अभी तक ये साफ-साफ नहीं कहा है कि वो बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं या नहीं.
28 साल के हार्दिक पटेल ने कहा, ‘भाजपा पिछले तीन दशकों से राज्य में चुनाव जीतने में सफल रही है. हमें वास्तविकता को स्वीकार करना होगा. पार्टी ने कुछ सही किया होगा कि उसे बार-बार चुना जा रहा है.’
AAP पर क्या बोले हार्दिक?
राज्य में आम आदमी पार्टी के एंट्री पर पाटीदार नेता ने कहा कि हर पार्टी को चुनाव लड़ने का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन ये लोग ही तय करेंगे कि उनके लिए क्या अच्छा है. उन्होंने कहा, ‘हर पार्टी की एक योजना, एक विजन होता है. लेकिन, आखिरकार, यह लोग ही तय करेंगे.’ बता दें कि पटेल ने पिछले हफ्ते गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
जारी रहेगा गांव का दौरा
युवा नेता ने कहा कि वो लोगों तक पहुंचने के लिए राज्य भर में अपनी यात्रा को जारी रखेंगे. पटेल ने कहा, ‘मैंने हाल के दिनों में 4,000 गांवों की यात्रा की है और मैं ऐसा करना जारी रखूंगा. आरक्षण आंदोलन के बाद हम अपना हक पाने में कामयाब रहे और मैं राज्य के युवाओं के लिए पूरा प्रयास करता रहूंगा.’ कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा कि चुनाव प्रचार युवाओं के इर्द-गिर्द घूमेगा. उन्होंने कहा, ‘मैंने हमेशा युवाओं के लिए लड़ाई लड़ी है और मुझे उम्मीद है कि हम युवाओं के दिल में जगह बनाएंगे.’
बीजेपी में शामिल होने पर क्या बोले
अयोध्या के राम मंदिर पर उनके हालिया बयानों के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा, ‘मैंने कांग्रेस में रहते हुए भी राम मंदिर के पक्ष में बात की है. जब मैं कांग्रेस में था तब भी मैंने अनुच्छेद 370 को खत्म करने का समर्थन किया था. कल अगर मैं किसी दूसरी पार्टी में शामिल होता हूं, तब भी मैं एक मजबूत नेता होने के लिए इंदिरा गांधी की प्रशंसा करूंगा. मैं अपनी राय छुपाता नहीं हूं.’
कांग्रेस से इस्तीफा क्यों?
हार्दिक पटेल ने इन खबरों को खारिज किया कि उन्होंने सौराष्ट्र के प्रमुख पाटीदार नेता नरेश पटेल के चलते कांग्रेस छोड़ दी. उन्होंने कहा, ‘अगर मैं जिग्नेश मेवाणी और कन्हैया कुमार जैसे युवा नेताओं को लाने के लिए पार्टी को मना सकता हूं, तो क्या मुझे 55 साल के व्यक्ति से खतरा महसूस होना चाहिए? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन शामिल होता है, लेकिन जब आप 28 साल के व्यक्ति को काम करने नहीं देते हैं, तो आप 55 साल के व्यक्ति को कैसे काम करने देंगे?