इंग्लैंड (England) में किए गए एक सर्वे के मुताबिक हमारे और आपके घरों में पाए जाने पाले कीटनाशक स्प्रे में कोरोना वायरस (Coronavirus) को मारने की ताकत मौजूद है. सिट्रियोडोल नाम का ये रसायन आम कीटनाशक, मच्छरमार स्प्रे में भी मौजूद होता है़. ब्रिटेन के डिफेंस साइंस एंड टेक्नॉलजी लैबरेटरी (Defence Science and Technology Laboratory -DSTL) के वैज्ञानिकों ने इस बारे में शुरुआती जानकारी इकट्ठा की है.
कोरोना पर भारी ये रसायन
वैज्ञानिकों ने पाया कि स्प्रे फॉर्म में कीटनाशक बनाने वाली कंपनियां सिट्रियोडोल नाम के रसायन का उत्पादन और इस्तेमाल करती हैं, जिसमें कोरोना के खिलाफ लड़ने की क्षमता मौजूद है. यही नहीं, जब सिट्रियोडोल को तरल रूप से कोरोना वायरस के साथ मिलाया गया तो कोरोना के वायरस मरते नजर आए.
वो स्प्रे जिसने किया कमाल
शोध के मुताबिक, ‘कीटनाशकों के स्प्रे और कोरोना वायरस को एकसाथ हमने मिलाया, जिसमें कोरोना वायरस का खात्मा होता दिखा. यही नहीं, मोजी गार्ड (Mosi-guard) नाम के स्प्रे ने तो कमाल का काम किया और उसने वायरस पर ऐसा असर किया कि वह किसी काम का नहीं रह गया. मतलब वो किसी व्यक्ति के शरीर में नहीं घुस सकता था.’
नीलगिरी के फूलों में मिलता है सिट्रियोडोल
शोध के मुताबिक स्प्रे में इस्तेमाल होने वाला सिट्रियोडोल (Citriodiol) केमिकल नीलगिरी के फूलों, छालों से प्राप्त होता है, जो एशिया, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में बहुतायत से पाए जाते हैं.
अभी शुरूआती नतीजे, जल्दबाजी ठीक नहीं
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ये शोध बहुत आगे तक नहीं किया गया है, बल्कि ये शोध के शुरुआती नतीजे हैं. ये नतीजे इसलिए जारी किए गए, ताकि दुनिया भर में चल रही कोरोना पर शोधों को मदद मिल सके. वैसे, मई महीने से ही ब्रिटिश सैनिक मच्छर मारने वाले स्प्रे का इस्तेमाल कोरोना से बचने में कर रहे हैं.