कोरोना की जंग जीतने और संक्रमण को मात देने के लिए देश में तेजी से कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) का प्रोग्राम चल रहा है, लेकिन बिहार में वैक्सीनेशन में लापरवाही कौ दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर बिहार से कोरोना टीकाकरण में बड़ी लापरवाही सामने आई है. अब एक ऐसी युवती का कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया जिसने वैक्सीन लगवाई ही नहीं.
गौरतलब है कि दो तीन दिन पहले बिहार से एक मामला सामने आया था जिसमें एक नर्स ने एक युवक को बिना वैक्सीन भरे ही इंजेक्शन लगा दिया था. सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की तरफ से कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे कार्यमुक्त कर दिया गया था. अभी इस घटना को ज्यादा दिन नहीं बीते थे कि अब एक नया मामला सामने आ गया है. हैरानी की बात यह है कि यह दोनों ही मामले छपरा जिले से हैं.
महिला ने बुक कराया था टीका लगवाने का स्लॉट
जानकारी के मुताबिक ताजा मामला छपरा के सीएससी का है. यहां एक महिला को वैक्सीन की डोज लगी ही नहीं और उसे वैक्सीनेशन का मैसेज आ गया और साथ में उसका सर्टिफिकेट भी जारी हो गया.
रसूलपुर थाना क्षेत्र के असहनी गांव की 34 वर्ष्यीय कल्पना ने 23 जून के लिए वैक्सीनेशन की बुकिंग की थी लेकिन वह किसी वजहों से टीका लगवाने नहीं पहुंच पाईं. इसके बाद 25 जून को उनके पास मोबाइल में टीकाकरण का कंफर्म मैसेज आ गया और फिर जब उन्होंने चेक किया तो उनका सर्टिफिकेट भी आ चुका था.
डाटा ऑपरेटर की गलती की वजह से हुआ ऐसा
जब इस बारे मे सीएचसी एकमा के स्वास्थ्य अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना काफी चिंता का विषय है और इससे लोगों में भ्रम की स्थिति बनती है. उन्होंने बताया कि केंद्र में काम करने वाले डाटा ऑपरेटर की गलती की वजह से ऐसा हुआ है. उन्होंने कहा कि डेटा आपरेटर पर काम का प्रेशर काफी ज्यादा रहता है.