रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने लखनऊ में रविवार को ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट (BrahMos missile unit) और रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र की लैब का शिलान्यास (foundation stone) किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अब दुनिया मान रही है कि व्यापार के लिए कोई भी राज्य अच्छा है तो वो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) है. नए भारत की नींव अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) ने रखी थी. अब उसका निर्माण पीएम मोदी (PM Modi) कर रहे हैं. अटल बिहारी वाजपेयी ने दुनिया के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणु परीक्षण करके अपनी शक्ति का परिचय दिया था.
भारत अब हथियार का आयातक देश नहीं, निर्यातक देश बनेगा. सरकार इस तरफ तेजी से कार्य कर रही है. कुछ दिन पहले रूस, फ्रांस को हमने उनके माध्यम से दुनिया को संदेश दे दिया कि आओ मेक फॉर इंडिया बनाओ. ब्रह्मोस का नाम ब्रह्मपुत्र नदी के नाम से निकला. उससे ब्रह्मा बना और रूस की नदी मॉस्कवा से मोस ले लिया गया. उस तरह ब्रम्होस नाम पड़ा.
कर्मभूमि पर रक्षामंत्री का स्वागत
इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि रक्षामंत्री जी उन्हीं की कर्मभूमि पर स्वागत अभिनंदन. प्रदेश में पहले डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग की घोषणा की गई, फिर डिफेंस एक्सपो का कार्यक्रम हुआ. इसके लिए रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री ने झांसी में भारत डायनामिक्स यूनीट का शिलान्यास किया था. आज यहां ब्रह्मोस के लिए रक्षामंत्री शिलान्यास कर रहे हैं. भारत दुनिया में मैत्रीपूर्ण और करुणा का संदेश देने वाला देश है.
सुरक्षा पर आंच आने पर नहीं देंगे छूट
सीएम योगी ने आगे कहा कि लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हमारे देश की सुरक्षा पर आंच आने देने की छूट देंगे, ऐसा नहीं है ये नया भारत है. ये किसी को छेडडता नहीं है, लेकिन कोई छेड़ता है तो छोड़ता भी नहीं है. आज का ये कार्यक्रम हमारे 6 डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ नोड के अंतर्गत हो रहा है. रक्षा सामाग्री के लिए उत्तरप्रदेश पहले से ही हो रहा था, कानपुर में होता था. लेकिन अब लखनऊ भी इसमे शामिल हो गया है. अब मुस्कराइए आप लखनऊ में है. लखनऊ दहाड़ भी मारेगा, ब्रह्मोस मिसाइल यहां से बनेगा.