उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में मिशन बुंदेलखंड को धार देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) जालौन जिले (Jalaun) के उरई (Orai) में पहुंचे हैं. यहां पर गृह मंत्री ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी. इस दौरान मंच पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे. अमित शाह जनसभा को संबोधित करने के साथ ही बीजेपी की जन विश्वास यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.
गृह मंत्री ने कहा, बुआ-बबुआ की पार्टियां जातिवादी पार्टियां है. बहन जी आती हैं तो एक जाति का काम करती हैं. अखिलेश आते हैं तो दूसरी जाति का काम करते हैं. मोदी जी, योगी जी आते हैं तो सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास होता है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में योगी जी की सरकार ने 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ किया. बुंदेलखंड में केन बेतवा की स्कीम वर्षों से बंद पड़ी थी, इस परियोजना को मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने पूरा किया.
बीजेपी ने पांच सालों में बनाए 30 मेडिकल कॉलेज
जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, 70 साल में कांग्रेस, सपा, बसपा ने मिलकर 2 एक्सप्रेस-वे बनाये थे. बीजेपी सरकार ने 5 साल में 5 एक्सप्रेस-वे बनाकर आज उत्तर प्रदेश की विकास की गति तेज की है. उन्होंने कहा, पिछले 70 साल में उत्तर प्रदेश में 12 मेडिकल कॉलेज बनाये गए थे. बीजेपी सरकार ने 5 साल में 30 मेडिकल कॉलेज बनाकर यूपी के युवाओं के विकास के रास्ते खोले हैं.
कासगंज में भी गरजे अमित शाह
इससे पहले, अमित शाह ने रविवार को कासगंज (Kasganj) में भी एक बड़ी रैली को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘व्रज क्षेत्र बीजेपी का गढ़ था, है और हमेशा रहेगा.’ उन्होंने कहा, ‘बाबूजी (कल्याण सिंह) अगर मेरा मार्गदर्शन ना करते तो 2014, 2017 और 2019 में मेरी जीत संभव ही नहीं होती. आज बाबूजी हमारे बीच नहीं है लेकिन यहां की भीड़ बताती है कि उनका स्मरण आपके मन में जस का तस पड़ा हुआ है.’
उन्होंने कहा, ‘पहले राज्य में कानून व्यवस्था का बुरा हाल था. लोग बच्चियों को बाहर भेजने से पहले डरा करते थे. लेकिन पिछले पांच सालों में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गुंडे प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं.’ गृह मंत्री ने कहा, ‘यूपी में बुआ-बबुआ (मायावती-अखिलेश यादव) की सरकार में प्रदेशवासियों का भला नहीं हुआ. दोनों ही पार्टियां जातिवाद और परिवारवाद पर चलने वाली पार्टियां हैं. 2014 में लोग कहते थे कि वह सपा के गुंडों से परेशान हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं है.’