अगर हम आपसे कहें कि इंग्लिश मीडियम में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं भी आपको गीता के सभी श्लोक अर्थ सहित आपको समझाएं तो शायद आप विश्वास नहीं करेंगे. लेकिन मेरठ के जागृति विहार स्थित बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में ये नजारा देखने को मिला.
ये एक प्राइवेट स्कूल है, जहां छात्र छात्राओं को साइंस, मैथ, इंग्लिश के साथ-साथ पाठ्यक्रम में गीता साहित्य का भी अध्ययन कराया जा रहा है. ताकि अध्ययन करने से अपने जीवन में विपरीत परिस्थितियों का बेहतर तरीके से सामना कर सकें.बातचीत करते हुए गीता साहित्य अध्ययन करने वाले प्रेरणा, लवी, साक्षी, अनु सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने कहा कि उनके जीवन में अध्ययन करने से काफी बदलाव आया है.
जहां पहले अपने पेपर सहित अन्य चीजों को लेकर तनाव में रहते थे. छोटी-छोटी बातों से गुस्सा आ जाता है. लेकिन जबसे उन्होंने गीता में अध्ययन करना शुरू किया है. उससे उनके जीवनशैली में बदलाव आ रहा है. उन्होंने कहा कि गीता में हमारे हर प्रश्न का उत्तर है. जो हमारे जीवन में कहीं ना कहीं देखने को मिलते हैं.
अभिभावक भी कर रहे हैं स्वागत
प्रिंसिपल गोपाल दीक्षित ने बताया कि पहले जब इस पाठ्यक्रम को 2016 में लागू किया गया तो काफी चुनौतियां रही. अभिभावक ने भी सोचा पता नहीं किस तरीके से बच्चों को अध्ययन कराया जाएगा. लेकिन अब छात्र-छात्राओं में रुचि बढ़ रही है. जिसको देखते हुए अभिभावक भी अपने बच्चों को यह पढ़ाने के लिए कह रहे हैं.
जहां बच्चे अपनी शैक्षिक गतिविधियों में अच्छे अंक लाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दे रहे हैं. वहीं उनमें भी संस्कार और संस्कृति के प्रति रुझान बढ़ रहा है. बताते चले कि कक्षा एक से ही स्टूडेंट को सिलेबस के तौर पर गीता साहित्य का अध्ययन कराया जा रहा है. उनकी मार्कशीट में भी इसका उल्लेख देखने को मिलता है.