पॉक्सो कानून (pocso law) के तहत मुकदमा दर्ज कराने वाली लड़की के दादा (girl’s grandfather) ने भी दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की कार्रवाई पर संतुष्टि जताई है। उन्होंने कहा कि बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) को दिल्ली पुलिस ने क्लीन चिट दी है। यह देखना उनका काम है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई सही की है। हमें पुलिस पर भरोसा है।
हमने सच्चाई बताई है। हमारी बच्ची इस मामले में नहीं थी। दिल्ली में हुए मुकाबले में बेटी को हराया तब तो बोला नहीं, अब बहकावे में आकर शिकायत कर दी। यह मामला छेड़छाड़ का नहीं भेदभाव का था।
लड़की के दादा ने कहा कि हम पाप के भागी क्यों बनें। बृजभूषण से हमें कोई लेना-देना नहीं। जिनके साथ कुछ हुआ है, वे जानें। हमारी बच्ची मोहरा क्यों बने। शुरू में ये तीन लड़कियों का नाम ले रही थी। हमारी बेटी के अलावा दो और कौन हैं, उन्हें सामने क्यों नहीं लाया गया।
उनके बारे में स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। पहली बार जब गलत हुआ तभी आवाज उठानी चाहिए थी। उस समय कहती कि यह व्यक्ति दबंगई करता है। इसे हटाओ। इसके होने पर अभ्यास नहीं करेंगे। कैंप में नहीं जाएंगे। यही बात कहनी थी। यह सब न करके इस तरह जाल बिछाया। हमने बेटे को समझाया। इसके बाद बेटे की समझ में बात आई और बयान बदला।