सनी लियोनी के गाने ‘मधुबन में राधिका नाचे रे’ का विरोध होने पर निर्माता ने माफी मांगी है। मेकर्स ने कहा है कि गाने के बोल बदल दिये जाएंगे। मथुरा में संतो ने इस गाने का विरोध किया था। ज्ञात हो कि बॉलीवुड में कई सारी ऐसी फिल्में या गाने होते हैं जिनपर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले होते हैं। ऐसे गानों को संत समाज और श्रोता भी विरोध करते है। कई बार विरोध बढ़ने के साथ मामला न्यायालय तक पहुंचता है। सनी लियोनी के नए गाने मधुबन में राधिका के साथ देखने को मिल रहा है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस वीडियो को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कहा था। अब सारेगामा ने इस गाने के लिरिक्स को बदलने का फैसला लिया हैं।
3 दिन में बदल दिए जाएंगे बोल
सारेगामा ने वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि गाने को लेकर हालिया फीडबैक को देखते हुए और लोगों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए 3 दिन के अंदर इस गाने के बोल बदल दिए जाएंगे। तीनों प्लेटफॉर्म पर से इस गाने के नए वर्जन को शेयर किया जाएगा। सभी मंचों से पुराने वाले को हटा दिया जाएगा। गाने को दिसंबर की 22 तारीख को रिलीज किया गया था।
गाने के बोल हैं मधुबन में राधिका नाचे जैसे जंगल में नाचे मोर। इसे शारिब, तोशी रैना और कनिका कपूर ने एडॉप्ट किया था। गाने के शुरुआती बोल मधुबन में राधिका नाचे रे है जो साल 1960 में आई दिलीप कुमार की फिल्म कोहिनूर से लिया गया है। शनिवार को उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित पुजारियों और श्रद्धालुओं ने गाने के बारे में शिकायत की कि इस पर अभद्र डांस किए गए हैं और इस गाने पर प्रतिबंध लगना चाहिए।