अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने दिल्ली के धोलाकुंआ से आईएसआई के एक संदिग्ध शख्स को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान इस शख्स ने खुलासा किया कि यह दिल्ली के कई इलाकों दहलाने की फिराक में था। इसके बाद कुछ ही दिनों में गब्बर खालसा के दो आंतकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उधर, इन दोनों से भी पूछताछ का सिलसिला जारी है, मगर इस बीच जिस तरह के खुलासे हो रहे हैं, वो यकीनन होश फाख्ता कर देने वाले हैं। गिरफ्तार हुए आतंकी भूपेंद्र सिंह उर्फ दिलावर सिंह ने पूछताछ में इस बात का खुलासा किया है कि वह आईएसआई के एजेंट के संपर्क में था। उसे पंजाब के विभिन्न इलाकों से युवकों को खालसा ग्रुप में शामिल करने की जिम्मा सौंपा गया था। इसके लिए उसने 10 विभिन्न व्ट्सएप ग्रुप में बना रखे थे। लेकिन अपने आतंकी मंसूबों को धरातल पर उतारने से पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
उधर, इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देतेे हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार हुआ भूपेंद्र सिंह जुलाई 2019 में जेल से बाहर आया था। इसके बाद वर्ष 2019 में आखिरी माह में वह आईएसआई के एजेंट के संपर्क में आया था। भुपेंद्र ने फेसबुक के जरिए हैंडलर डोगर से भी संपर्क बना रखा था। इसके बाद वह डोगर से फेसबुक से चेट्स करने लगा। व्हाट्सएप पर कॉल करने लगा। डोगर का नाम भी उसने मोबाइल में कोड वर्ड में सेव किया हुआ था। भुपेंद्र ने डोगर को हथियार पहुंचाने के लिए कई मर्तबा बोला था।
इतना ही नहीं पुलिस का कहना है कि डोगर खालिस्तान समर्थकों को भारत के खिलाफ हमेशा बरगलाता रहता था। इसके लिए वो हमेशा फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया से खालिस्तान समर्थकों से संपर्क साधा करता था और उन्हें भारत के खिलाफ बरगलाने की कोशिश करता रहता। डोगर और भुपेंद्र सिंह की जुगलबंदी इस काम को अंजाम देने की फिराक में लगी हुई थी। फिलाहल तो स्पेशल सेल इस पूरे मामले की जांच कर रही है और इस बात का पता लगा रही है कि इस व्हाट्सएप ग्रुप में कितने लोग जुड़े हुए थे।