बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को कई सौगातें दीं. पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना’ को लॉन्च किया, साथ ही बिहार के कई जिलों में योजनाओं का शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने यहां ई-गोपाला ऐप को लॉन्च किया. इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अन्य नेता मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने इस दौरान बिहार के लोगों से बात की और योजना के लाभार्थियों से चर्चा की. इस दौरान पूर्णिया की महिला ने पीएम को कहा कि उन्होंने शराबबंदी होने के बाद पशुओं का पालन करने का काम किया. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि आत्मनिर्भरता में महिलाओं को आगे बढ़ावा मिल सके.
यहां कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्णिया में सीमेंट फैक्ट्री की शुरुआत हो रही है, जिसकी नींव 2018 में की गई थी और आज कम समय में तैयार हो गया है. बिहार में 89 फीसदी आबादी गांव में रहती है, जिसमें से अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा दी जा रही इन सौगातों को चुनावी सीजन की शुरुआत माना जा रहा है. इस दौरान पीएम मोदी आज ई-ज्वाला एप्लीकेशन की शुरुआत करेंगे, साथ ही बिहार के अलग-अलग इलाकों के लिए सौगात देंगे.
पीएम मोदी द्वारा आज इन जिलों को दी जाएंगी, ये सौगातें.. (योजनाओं की राशि)
- समस्तीपुर – 2 करोड़
- सीतामढ़ी – 5 करोड़
- किशनगंज – 10 करोड़
- मधेपुरा- 1 करोड़
- पूर्णिया – 84 करोड़
- पटना – 8 करोड़
- बेगूसराय – 2 करोड़
- पूसा समस्तीपुर – 11 करोड़
आपको बता दें कि सितंबर के आखिर तक ही बिहार में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है. ये चुनाव नवंबर तक पूरे किए जाएंगे, इस बार कोरोना और बाढ़ का संकट है यही वजह है कि कम चरणों में ही चुनाव निपटाया जा सकता है. बीते दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने वर्चुअल रैली के द्वारा जदयू के अभियान की शुरुआत की थी, अब पीएम मोदी के द्वारा इन सौगातों को दिए जाने को भाजपा के अभियान की शुरुआत माना जा रहा है.
प्रधानमंत्री के द्वारा कोरोना संकट काल में बिहार के लोगों के लिए संबोधित ये पहली रैली होगी. बता दें कि बीजेपी की ओर से बार-बार कहा गया है कि एनडीए नीतीश कुमार की अगुवाई में ही चुनाव लड़ेगा. हालांकि, NDA में ही शामिल एलजेपी के चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. ऐसे में अभी होने वाले टिकट बंटवारे के वक्त क्या होगा, इसपर निगाहें टिकी हैं.