विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ हुई बातचीत के बाद एक संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी में गतिशीलता आ रही है। दोनों नेताओं की मुलाकात दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि अगले साल किसी समय क्वाड समूह की बैठक की तैयारी कर रहे हैं।
एस जयशंकर ने कहा कि हमने आज क्वाड पर कुछ विस्तार से चर्चा की। क्वाड ने पिछले कुछ वर्षों में काफी प्रगति की है। ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर हम सहयोग कर रहे हैं। सहयोग के अन्य नए क्षेत्र भी तलाशे जा रहे थे। जयशंकर ने कहा कि आज की चर्चा इस बात पर थी कि हम क्वाड में और क्या जोड़ सकते हैं। जयशंकर ने कहा कि हमने मध्य पूर्व के हालात पर चर्चा की। दक्षिण पूर्व एशिया और आसियान पर भी चर्चा की।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, ‘कल रक्षा मंत्री और मैंने उप प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्ल्स और विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ दूसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया 2+2 वार्ता की। यह बहुत ही सार्थक 2+2 वार्ता थी। इस वर्ष हमारे संबंधों में कई चीजें पहली बार हुई हैं। हमने व्यापक रणनीतिक साझेदारी के साथ एक नई शुरुआत की है। आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता लागू हुआ है और पहले वर्ष में ही इसका प्रभाव दिख रहा है। हमने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते, CECA वार्ता पर आगे बढ़ने के महत्व पर भी प्रकाश डाला है।’
वहीं ऑस्ट्रेलिया और चीन के संबंधों पर ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा, ‘चीन एक ऐसा देश है जिसके साथ हम साझेदारी जारी रखेंगे। जहां संभव हो वहां सहयोग करेंगे, जहां हमें असहमत होना चाहिए वहां हम असहमत होंगे। हम अपने राष्ट्रीय हितों में का ध्यान रखेंगे।’ पेनी वोंग ने कहा-‘हमने हिंद महासागर क्षेत्र में अपने काम पर चर्चा की कि हम कैसे सहयोग कर सकते हैं। भारत महासागर सम्मेलन पर्थ में आयोजित किया जाएगा।’
भारत और कनाडा के बीच वर्तमान राजनयिक संबंधों को लेकर ऑस्ट्रेलिया के साथ चर्चा से जुड़े सवाल पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, ‘हां, मैंने आज ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री वोंग से इस बारे में चर्चा की। ऑस्ट्रेलिया के दोनों देशों(भारत और कनाडा) के साथ अच्छे मजबूत संबंध हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण था कि ऑस्ट्रेलिया को हमारा पक्ष जानने को मिले। हमारे दृष्टिकोण से मुख्य मुद्दा कनाडा में उग्रवाद और कट्टरवाद को दिया जा रहा अवसर है।’
पेनी वोंग ने इज़राइल हमास पर युद्ध पर कहा कि मानवीय पीड़ाओं से दुनिया जूझ रही है। 7 अक्टूबर को इजरायल पर आतंकवादी हमला हुआ था। मानवीय संकट पर हमने स्पष्ट दृष्टिकोण अपनाया है। इजरायल को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की जरूरत है। हमें एक राजनीतिक समाधान की जरूरत है। हमें उस बिंदू तक पहुंचने की ज़रूरत है जहां इज़रायल और फिलिस्तीन के लोग शांति से रहें।