कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में समाप्त होने वाली कांग्रेस की ‘भारत जोड़ी यात्रा’ इस समय केरल में चल रही है. राहुल गांधी ने बुधवार को पदयात्रा के दौरान एक छोटी बच्ची से मुलाकात की अपनी एक बहुत प्यारी तस्वीर ट्वीट की है, जिसमें वह बच्ची को गोद में उठाए हुए हैं और उसके रिएक्शन पर मुस्कुरा रहे हैं. उन्होंने इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, ‘मैं इस तरह के पलों के लिए 1000 मील भी चल सकता हूं.’ यात्रा के माध्यम से, जो 2024 के आम चुनावों से पहले कांग्रेस द्वारा जनता का समर्थन हासिल करने का एक प्रयास है, पार्टी राहुल गांधी को लोगों के नेता के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है.
राहुल गांधी ने 8 सितंबर को तमिलनाडु से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी. तबसे विभिन्न शहरों में पदयात्रा के दौरान बच्चों के साथ बातचीत करते हुए 52 वर्षीय इस नेता की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही हैं. कल कांग्रेस नेता से मुलाकात को लेकर उत्साहित एक लड़की का वीडियो वायरल हुआ था. मार्च के दौरान राहुल गांधी के साथ शामिल होने की अनुमति मिलने के बाद उसे खुशी के आंसू बहाते हुए देखा गया था. कांग्रेस के भारत जोड़ो ट्विटर हैंडल ने इस वीडियो को शेयर किया है, जिसके साथ लिखा है, ‘किसी कैप्शन की जरूरत नहीं है. सिर्फ प्यार.’
कुछ दिन पहले राहुल गांधी की इस यात्रा के दौरान एक और वायरल मोमेंट आया था, जब उन्हें केरल में स्कूली छात्राओं के एक समूह द्वारा कोरियाई पॉप, या के-पॉप, और वैश्विक सनसनी बीटीएस से इंट्रोड्यूस कराया गया था. राहुल गांधी ने इस मुलाकात का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, ‘इन अविश्वसनीय लड़कियों के साथ एक सुखद बातचीत रही, जो केरल की बीटीएस आर्मी हैं!’ कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 150 दिन की है. इस दौरान राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. यात्रा जिन राज्यों से होकर गुजरेगी, वहां के विभिन्न शहरों व कस्बों में राहुल गांधी कुछ किलोमीटर की पदयात्राएं भी करेंगे, जैसा कि वह तमिलनाडु के बाद अब केरल में कर रहे हैं.
यह यात्रा कांग्रेस के भीतर नए अध्यक्ष की तलाश के लिए चल रहे संघर्ष की पृष्ठभूमि में हो रही है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार विधायकों के बगावत करने के बाद पिछले हफ्ते पार्टी के भीतर नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला. विधायकों ने कहा कि अगर गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाते हैं तो वे उनके चिर प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे. इस घटनाक्रम से गांधी परिवार बहुत नाराज बताया जा रहा है, जबकि गहलोत ने इसमें अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है. अशोक गहलोत पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से आज मुलाकात के लिए दिल्ली आए हैं.