बंगाल में चुनाव परिणाम बाद हुई हिंसा और शपथ ग्रहण के दिन राज्यपाल और मुख्यमंत्री के तीखे तेवर से मामला बढ़ता ही जा रहा है। अब बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बंगाल के मुख्य सचिव को जवाब तलब किया है। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया है कि बंगाल के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने चुनाव बाद हुई हिंसा से संबंधित रिपोर्ट नहीं सौंपी हैं जो एक बड़ी लापरवाही है। इस बाबत मुख्य सचिव को शाम के सात बजे से पहले मिलने के लिए बुलाया है। अपने ट्विटर हैंडल पर बंगाल के राज्यपाल ने शेयर किया है कि एसीएस होम एचएस द्विवेदी द्वारा राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति और चुनाव बाद हुई हिंसा को रोकने में क्या क्या कदम उठाए गए हैं। इसके बारे में रिपोर्ट देने में जो गैर प्रतिक्रियात्मक और उपेक्षापूर्ण व्यवहार अपनाया गया है वो बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं हैं।
राज्यपाल ने शनिवार शाम उन्हें बुलाया है। राजभवन से जारी की सूचना में आगे लिखा है कि एसीएस और कोलकाता डीजीपी की रिपोर्ट भी अभी तक मुझे नहीं भेजा है जोकि उन्हें 3 मई को ही मिल चुकी हैं। उन्होंने यह भी लिखा है कि यह जिम्मेदारी से भागना है। यह राज्य में पहले से ही खराब स्थिति को और अधिक खराब कर रहा है। इसलिए चीफ सेक्रेटरी को 7 बजे से पहले राजभवन मिलने के लिए बुलाया गया है। चीफ सेके्रटरी राज्य की कानून व्यवस्था पर विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। इस दौरान जिसमें डीजीपी और कोलकाता सीपी द्वारा एसीएस को भेजी रिपोर्ट भी शामिल हैं।
ज्ञात हो कि केंद्रीय गृहमंत्रालय ने भी अपनी एक टीम बंगाल में भेजी है जो वहां की कानून व्यवस्था के बारे में केंद्र को सूचित करेगी। इस टीम के 4 सदस्य तथ्यों के लिए बीरभूम पहुंचे हैं। इसके बाद वे मिदनापुर और नादिया जिले भी जाएँगे। ज्ञात हो कि बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हिंसा हुई थी जिसमें बताया गया है कि बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ता मारे गये। इस दौरान केन्द्रीय टीम पर हमला भी हुआ।