पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर (Islampur) में एक चौंकाने वाली घटना घटी है. इलाके के लोग उसे एक भिखारिन (Beggar Women) के रूप में जानते थे, लेकिन उन्होंने शायद ये किसी ने नहीं सोचा होगा कि ऐसा भी हो सकता है. उसकी मौत के बाद पड़ोसियों ने भिखारिन की झोपड़ी से तीन ट्रंक भरे फैसे मिले हैं. पड़ोसी कमरे में पड़े पैसों को गिनने में जुटे हैं. इस घटना की इलाके के लोगों में काफी चर्चा है. लोग इसकी खूब चर्चा कर रहे हैं और आश्चर्य जता रहे हैं कि भिखारिन के पास इतने पैसे थे, लेकिन इसके बावजूद भी वह भीख मांगती रही थी, लेकिन उन पैसों का इस्तेमाल नहीं किया और उसकी मौत के बाद पैसा बेकार पड़ा रहा और उसके किसी काम नहीं आया.
भिखारिन की पहचान उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर के 13वें वार्ड की रहने वाली कनिका महंत के रूप में हुई है. इलाके में कनिका देवी को दुथा के नाम से जाना जाता था. पांच दिन पहले कनिका देवी की मौत हो गई थी. फिर अजीब बातें सामने आई. महिला के परिवार वालों और परिजन-पड़ोसियों ने जब उसके घर की तलाशी ली, तो इस मामले का उजागर हुआ.
अंतिम संस्कार में परिवार वाले खर्च करेंगे पैसे
सूत्रों के मुताबिक मृतक महिला के साथ उसकी बहन मोनिका दास और उनकी बूढ़ी मां भी थी. कनिका के एक और भाई इस्लामपुर में कहीं और रहते हैं. पड़ोसी और उसके रिश्तेदारों और उसके बेटे ने कहा कि जमा किया गया पैसा बूढ़ी मां के नाम बैंक में रखा जाएगा. बाकी अंतिम संस्कार में खर्च किया जाएगा. महिला के भाई ने कहा, ”यह पैसा बैंक में रखा जाएगा. बाकी पैसे का इस्तेमाल बहन के अंतिम संस्कार में किया जाएगा. इतने दिनों से मुझे वह पैसा नहीं मिला है. मैं भी बीमार हूं. मैं इतने लंबे समय तक नहीं जानता था. मैं इस पैसे का इस्तेमाल किसी बुरे काम के लिए नहीं करूंगा. मैंने सुना है कि तीन ट्रंक पैसे हैं. मुझे पता था कि उसने पैसे के लिए भीख मांगी थी और उसने उस पैसे को बचा लिया. मुझे तब तक इसके बारे में कुछ नहीं पता था.”
भीख मांग कर चलाती थी खर्चा
“वार्ड नंबर 13 में दो बेटियां और एक बूढ़ी मां थीं. छोटी बहन की पहले ही मौत हो चुकी है.बड़ी बहन भीख मांगकर परिवार चलाती थी. फिर उसकी मौत हो गई. बाद में पता चला कि उनके घर में लाखों रुपये हैं. स्थानीय लोगों ने तीन ट्रंक पैसे बरामद किए. इस बार उस ट्रंक में पुराने नोट रखे हुए हैं.”